सपना ही रह गया रेल परिवहन सेवा का सपना
क्षेत्रवासियों ने यहां से रेल परिवहन का सपना देखा पर जनप्रतिनिधियों ने इसे पूरा नहीं किया।
संसू, कैसरगंज (बहराइच): क्षेत्रवासियों ने यहां से रेल परिवहन का सपना देखा और जनप्रतिनिधियों के सामने कई बार मांग उठाई। आश्वासन मिला। जनप्रतिनिधियों ने प्रयास भी किया, लेकिन रेल मंत्रालय अब तक रेल लाइन बिछाने की उम्मीदों को परवान भी नहीं चढ़ा सका।
तहसील क्षेत्र का एक मात्र रेलवे स्टेशन जरवलरोड से जिला मुख्यालय के बीच रेल लाइन का विस्तार नहीं हो सका है। इस वजह से क्षेत्रवासी व्यवसायिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़े हुए हैं। यहां के निवासियों को डग्गामार वाहनों से यात्रा करने के लिए विवश होना पड़ रहा है। केंद्र में मंत्री रहने के बावजूद यहां के जनप्रतिनिधि कैसरगंज को रेल लाइन से जोड़ने में नाकाम रहे।
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क्या कहते हैं लोग..
-शिक्षक रघुराज प्रसाद वर्मा का कहना है कि जनप्रतिनिधि अगर गंभीर होते तो व्यावसायिक ²ष्टि से महत्वपूर्ण तहसील मुख्यालय रेल लाइन से जुड़ गया होता। व्यापारी निजाम खान का कहना है कि रेल लाइन न होने से बड़े व्यवसायी यहां कारोबार करने से कतराते हैं। इस क्षेत्र को पिछड़ा मानकर दूसरे शहरों की ओर रुख कर लेते हैं।
ग्राम वैरीमहेशपुर निवासी अरविद कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि अगर जरवलरोड से बहराइच के बीच रेलवे लाइन बिछा दी जाए तो यहां के नागरिक आर्थिक रूप से मजबूत हो सकते हैं। कपड़ा व्यवसायी मो. शमीम का कहना है कि जरवलरोड से फखरपुर मरौचा होते हुए रेल लाइन बिछाई जाए तो कैसरगंज क्षेत्र की तरक्की के द्वार खुल सकते हैं। कैसरगंज निवासी राजू शर्मा का कहना है कि रेल सेवा व्यवस्था किसी भी क्षेत्र के विकास की रीढ़ है, लेकिन यह क्षेत्र इस सुविधा से महरूम है।
युवा दवा व्यवसायी राकेश मौर्य का कहना है कि तहसील में बाढ़ के बाद सबसे बड़ी कोई समस्या है तो वह यातायात व्यवस्था की है। अगर जनप्रतिनिधि चाहते तो अब तक यहां भी आवाज सुनाई देती। डॉ. पंकज शुक्ल का कहना है कि यहां की जनता को डग्गामार वाहनों का सहारा लेकर जिला मुख्यालय व राजधानी तक जाना पड़ता है।
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रेल मंत्री से मिलेंगे सहकारिता मंत्री
सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने रेल मंत्री को पत्र लिखा है। उन्होंने मिलने का समय भी मांगा है। रेल मंत्री से मिलकर इस मसले पर क्षेत्रवासियों का पक्ष रखेंगे।