फोटो : घाघरा की तेज हुई कटान, 26 घर धारा में समाए
कैसरगंज तहसील के गोड़ियनपुरवा का अस्तित्व समाप्त धारा निगल रही लहलहाती फसल, सुरक्षित स्था
कैसरगंज तहसील के गोड़ियनपुरवा का अस्तित्व समाप्त धारा निगल रही लहलहाती फसल, सुरक्षित स्थानों पर लोग ले रहे शरण चित्र परिचय - 23 कैसरगंज तहसील के ग्यारह सौ रेती के पास कटान करती घाघरा नदी, 33 माझा दरिया गांव में कटान करती घाघरा व ग्रामीणों से कटान की जानकारी लेते तहसीलदार राजेश वर्मा संसू, महसी/गजाधरपुर (बहराइच) : महसी, कैसरगंज व मिहीपुरवा तहसील क्षेत्रों में घाघरा का जलस्तर कम हो रहा है, लेकिन कटान तेज हो गई है। महसी तहसील के माझा दरिया गांव में 12 घर व कैसरगंज तहसील के गोड़हिया नंबर तीन के हरिजनपुरवा में आठ, मझारा तौंकली में छह घर कट गए हैं। गोड़ियनपुरवा गांव का तो अस्तित्व ही समाप्त हो गया है। इन तहसीलों में 100 बीघे खेतों में लगी लहलहाती फसल धारा में समा गई।
घाघरा का जलस्तर कम होने के बाद तटवर्ती ग्रामीणों को बाढ़ की समस्या से निजात मिल गई है। जलस्तर कम होने के बाद कटान की मार झेल रहे लालापुरवा, पासिनपुरवा, कोढ़वा व पिपरी के ग्रामीणों को राहत मिली। अब घाघरा की लहरों ने माझादरिया में अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। लहरें आबादी को खंगाल रही हैं। कटान के चलते सूबेदार, सुखरानी, कमलेश, ब्रह्मा, गुड्डू, रामलखन, गयाप्रसाद, सोनावती, गोपाल, देशराज, मनोहर के आशियाने धारा में समा गए। सोमवार को घूरदेवी स्पर पर नदी का जलस्तर 110.220 मीटर रिकार्ड किया गया। यहां पर नदी खतरे के निशान से एक मीटर 93 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। तहसीलदार राजेश कुमार वर्मा ने कटान प्रभावित गांव का भ्रमण कर तिरपाल व राशन का वितरण कराया। उन्होंने बताया कि कटान की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। कटान पीड़ित परिवारों को अहेतुक सहायता दी जा रही है। पीड़ित परिवारों की हरसंभव मदद की जाएगी।