हथिनीकुंड से छोड़ा पानी सुभानपुर पहुंचा, डूृबी फसलें
हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा करीब 2.25 लाख क्यूसेक पानी दिल्ली की तरफ बढ़ रहा है।
बागपत, जेएनएन। हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा करीब 2.25 लाख क्यूसेक पानी दिल्ली की तरफ बढ़ रहा है। पानी से सुभानपुर खादर में सैकड़ों बीघा गन्ना व ज्वार की फसल जलमग्न हुई है। किसानों की मानें तो 40 दिन बाद इतना पानी यमुना में आया है।
बरसात के मौसम में हर साल पहाड़ों का लाखों क्यूसेक पानी दिल्ली को पार करता है। जुलाई माह में बारिश के पानी ने यमुना खादर स्थित खेत में खड़ी सैकड़ों बीघा फसल में भर गया था। इससे फसल को नुकसान भी हुआ। अगस्त माह में नाममात्र ही पानी यमुना में रहा। गुरुवार सुबह पांच बजे के बाद अचानक यमुना का जलस्तर बढ़ने लगा। पानी दिल्ली की तरफ बढ़ने के साथ फसलों में भी भरने लगा। किसान सुरेंद्र, पवन, नरेंद्र, नीटू आदि का कहना है कि 25 से 30 जुलाई के बीच यमुना में इतना पानी था जितना गुरुवार सुबह भंडारण में आया। सुभानपुर खादर स्थित आनंदा फार्म का कुछ हिस्सा भी पानी में डूब गया है।
विभागीय आंकड़ों के मुताबिक बुधवार व गुरुवार को हथिनीकुंड बैराज से कई बार में 2,25,705 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया जो निरंतर आगे बढ़ रहा है। यमुना का जलस्तर शाम को काफी घट गया। अगर ऐसे ही पानी बढ़ता रहा तो खादर में खड़ी फसलों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ेगा। किसानों ने गांव में ऐलान करा ग्रामीणों ने कुछ समय तक यमुना की तरफ नहीं जाने की अपील की है। किसानों का कहना है कि काफी समय बाद ऐसा हुआ कि जुलाई के बाद यमुना का जलस्तर इतना बढ़ा है। यमुना में अब पानी आना और बारिश होने से भूगर्भ स्तर भी बढ़ेगा। किसान यमुना में पानी आने से खुश है लेकिन फसल की तरफ देखकर चितित भी है।
सिचाई विभाग के एक्सईएन उत्कर्ष भारद्वाज का कहना है कि हथिनीकुंड बैराज से रुटीन में पानी छोड़ा गया है।