एंटी फ्राड विजिलेंस टीम ने आर्थो सेंटर पर की जांच
केंद्र सरकार से नामित आयुषमान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की मंडल की एंटी फ्रॉड विजिलेंस टीम ने बड़ौत के जीवन ज्योति आर्थो सेंटर में जांच पड़ताल के लिए पहुंची।
बागपत, जेएनएन। केंद्र सरकार से नामित आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की मंडल की एंटी फ्राड विजिलेंस टीम बड़ौत के जीवन ज्योति आर्थो सेंटर में जांच पड़ताल के लिए पहुंची। यहां पर संदिग्ध दो केस की गहनता से जांच की। मरीजों के उपचार से संबंधित दस्तावेज देखे गए। आर्थो सेंटर के संचालक से बात की गई है। जांच रिपोर्ट गोपनीय रखी गई है, जिसको शासन को भेजा जाएगा।
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना में प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों की जांच के लिए केंद्र सरकार की ओर से एंटी फ्राड विजिलेंस टीम का गठन किया गया है। मंडल स्तर पर संयुक्त निदेशक चिकित्सा डॉ. ज्योत्सना वत्स को मंडल का अध्यक्ष और जिला स्तर पर डॉक्टरों को सदस्य बनाया गया है। टीम शुक्रवार को बड़ौत के जीवन ज्योति आर्थो सेंटर का निरीक्षण करने के लिए पहुंची। संयुक्त निदेशक ने बताया कि दो केस का मामला शासन तक पहुंचा हुआ है, जिसकी जांच की गई है। आयुष्मान भारत योजना के नोडल डॉ. एसपी सिंह और जिला समन्वयक डॉ. कपिल सरोहा ने बताया कि जिले में टीम के सदस्य है। अभी शुरूआत में बड़ौत के जीवन ज्योति आर्थो सेंटर के दो केस पर जांच की गई है। संचालक से बातचीत की गई और अभिलेखों की पड़ताल की गई है। रिपोर्ट शासन को दी जाएगी। अभी दो अस्पतालों की जांच और की जाएगी। पांच दिन में जांच कर रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। ये प्राइवेट अस्पताल हैं अधिकृत
--जिले में प्राइवेट अस्तपालों में सर्वोदय हॉस्पिटल एंड इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस अग्रवाल मंडी टटीरी, जीवन ज्योति आर्थो सेंटर बड़ौत, देव भूमि हॉस्पिटल बालैनी, मेडिसिटी हॉस्पिटल बड़ौत, आस्था मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल बड़ौत, एपेक्स हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर बड़ौत, एडीके जैन आई हॉस्पिटल खेकड़ा, मिथन नर्सिंग होम बड़ौत आयुष्मान से उपचार के लिए अधिकृत हैं। टीम पांच दिन तक करेगी दो और हॉस्पिटलों की जांच
--एंटी फ्राड विजिलेंस टीम के सदस्य एवं योजना के नोडल डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि अभी दो और हॉस्पिटल की जांच की जाएगी। यहां पर कुछ केस शासन से उन्हें जांच करने के लिए मिले हैं।
इस मामले में जीवन ज्योति आर्थो सेंटर के प्रबंधक डॉ. अनिल जैन ने बताया कि विजिलेंस की टीम ने जांच पड़ताल की है। मई माह में दो मरीजों के अभिलेख जमा नहीं हुए थे, जिसकी जांच पड़ताल की। सेंटर में ऑपरेशन थियेटर से लेकर अन्य सभी व्यवस्था देखी जो उन्हें अच्छी लगी है। जो दो केस हैं उनका भुगतान उन्हें नहीं हुआ है। उन्होंने आपत्ति दर्ज की हुई है।