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ये लोग पहुंचे अक्षय के घर दुख साझा करने

रंछाड गांव में अक्षय के घर मंगलवार की दोपहर रालोद के पूर्व विधायक डाक्टर अजय कुमार पूर्व विधायक वीरपाल राठी जिलाध्यक्ष जगपाल सिंह तेवतिया अरुण तोमर प्रमेंद्र तोमर आदि पहुंचे।

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Jul 2021 10:39 PM (IST)Updated: Tue, 27 Jul 2021 10:39 PM (IST)
ये लोग पहुंचे अक्षय के घर दुख साझा करने
ये लोग पहुंचे अक्षय के घर दुख साझा करने

बागपत, जेएनएन। रंछाड गांव में अक्षय के घर मंगलवार की दोपहर रालोद के पूर्व विधायक डाक्टर अजय कुमार, पूर्व विधायक वीरपाल राठी, जिलाध्यक्ष जगपाल सिंह तेवतिया, अरुण तोमर, प्रमेंद्र तोमर, धीरज उज्ज्वल, गौरव बड़ौत, संजीव मान, रामकुमार चेयरमैन, विकास प्रधान, राजू तोमर, भाजपा जिलाध्यक्ष सूरजपाल सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष वेदपाल उपाध्याय, अरुण धामा, नरेंद्र चौहान, देश खाप चौधरी सुरेंद्र सिंह, थांबा चौधरी यशपाल सिंह, भाकियू जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह, राजेंद्र चौधरी, बिजेंद्र प्रधान, संघ सह विभाग संचालक रामभरोसे भाईजी, जिला संपर्क प्रमुख राजीव गोस्वामी, विकास माजरा, अशोक तोमर, राजीव राणा, नीरज पोइस, अरविद भोला आदि पहुंचे और पीड़ित परिवार के साथ दुख साझा करते हुए मदद का भरोसा दिलाया।

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एक करोड़ रुपये देने की मांग

पूर्व विधायक वीरपाल राठी ने शासन से मांग करते हुए कहा कि अक्षय के परिवार के साथ बड़ी घटना हुई है। एक बेटा इस परिवार ने खोया है इसलिए शासन को इस परिवार की एक करोड़ रुपए की मदद करते हुए परिवार के एक सदस्य को नौकरी भी देनी चाहिए।

आरोपितों को जेल भेजने की मांग की

भाजपा विधि प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पूर्व सदस्य विनोद जैन ने आरएसएस कार्यकर्ता के बेटे की मौत पर घर दुख जताते हुए कहा कि जनपद में पुलिस निरंकुश हो चुकी है। पुलिस के दु‌र्व्यवहार के कारण क्षेत्र में लोग आत्महत्या तक को विवश हो रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आइजी स्तर से जांच कराकर आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई व पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद की मांग की।

रालोद की बैठक में 20 लाख रुपये की मदद की मांग

शहर में पार्टी कार्यालय पर रालोद की बैठक हुई, जिसमें पार्टी जिलाध्यक्ष डाक्टर जगपाल सिंह तेवतिया ने कहा कि रंछाड में अक्षय के साथ पुलिस ज्यादती हुई है। पुलिस ने जो किया उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। सरकार को पीड़ित परिवार की 20 लाख रुपए की मदद करने चाहिए और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देनी चाहिए। शव पहुंचते ही मचा कोहराम

बड़ौत : ग्रामीणों ने दोषी पुलिस वालों पर कार्रवाई के साथ ही ग्रामीणों पर दर्ज किए गए मुकदमे को वापस लेने की मांग रखी थी। इसे लेकर पूरी रात अधिकारियों व ग्रामीणों में वार्ता चली। आखिरकार मंगलवार तड़के एसपी अभिषेक सिंह ने बिनौली थाने के इंस्पेक्टर चंद्रकांत पांडेय, तीन दारोगा समेत 13 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। साथ ही श्रीनिवास की तहरीर पर बिनौली इंस्पेक्टर व एक दारोगा समेत पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। तीसरी मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया। इसके बाद मंगलवार सुबह पौने सात बजे पुलिस ने अक्षय के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम के बाद दोपहर को अक्षय का शव घर पहुंचा तो कोहराम मच गया। अंतिम संस्कार के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। उधर, डीएम राजकमल यादव ने कहा है कि मुख्यमंत्री राहत कोष से पीड़ित स्वजन को पांच लाख रुपये दिए जाएंगे। भाजपा जिलाध्यक्ष सूरजपाल सिंह ने बताया कि मामले से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अवगत करा दिया गया है।

इनका कहना है..

अक्षय प्रकरण में 13 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है। साथ ही बिनौली इंस्पेक्टर, एक दारोगा समेत पांच पुलिसकर्मियों पर आत्महत्या के लिए उकसाना, तोड़फोड़ आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

-अभिषेक सिंह, एसपी।


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