हिडन का पानी कई किसानों के खेत में पहुंचा
हिडन नदी पर बन रहे पुल के कारण कई गांव के किसानों के खेत में खड़ी फसल बर्बाद हो गई।

बागपत, जेएनएन। हिडन नदी पर बन रहे पुल के कारण कई गांव के किसानों के खेत में खड़ी फसल जलमग्न होने से बर्बाद हो गई है। प्रशासन के सुनवाई न करने पर किसानों ने पंचायत कर जल्द मुआवजा न मिलने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
गाजियाबाद के सिरोरा गांव के पास हिडन नदी पर पुल का निर्माण चल रहा है। निर्माण के कारण नदी का कुछ हिस्सा रोक दिया है। इससे नदी का पानी बागपत में गढ़ी कलंजरी, सरफाबाद गौना सहवानपुर, पूरनपुर नवादा व ललियाना आदि गांव के किसानों के खेतों में भर गया है। इससे खेत में खड़ी गेहूं, मूली, प्याज, सरसों, टमाटर व आलू की हजारों बीघा फसल जलमग्न है। काफी समय से पानी भरे होने से फसल बर्बादी की कगार पर है। गत दिन किसानों ने एसडीएम अजय कुमार से मिलकर हुए नुकसान का मुआवजा दिलाने की मांग की थी। आश्वासन मिला, लेकिन आज तक कोई देखने नहीं आया है। इससे क्षुब्ध किसानों ने सरफाबाद में ग्राम प्रधान के आवास पर पंचायत की। किसानों ने कहा कि गत दो वर्षों से बर्बाद हो रही है। पहले गढ़ी कलंजरी तो अब सिरोरा में पुल बनने से पानी खेत में भर रहा है। जल्द नुकसान का मुआवजा न मिला तो डीएम कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। भोपाल सिंह, विद्याराम, विनोद, धर्मसिंह, हनीफ, देवराज, धर्मपाल, राकेश, उदयबीर, जितेंद्र, नौशाद, रामपाल, वीरपाल, इमरान, अख्तर, सत्तार व बाबू आदि शामिल रहे। किसानों को दिया जैविक खेती का ज्ञान
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत गौरीपुर जवाहरनगर में उप संभागीय कृषि प्रसार कार्यालय में किसानों को गेहूं और सरसों फसल की बीमारी व बचाव की जानकारी दी। कृषि वैज्ञानिक डा. भूपेंद्र कुमार, कृपाल सिंह और विषय वस्तु विशेषज्ञ प्रमेंद्र कुमार ने किसानों को जैविक खेती के फायदे बताए।
विषय वस्तु विशेषज्ञ रवि कुमार ने कहा कि जैविक खेती से लागत घटेगी और आमदनी बढेगी व पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचेगा। ईश्वर त्यागी, यशराम, टेकचंद, राजेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।
Edited By Jagran