बम भोले के जयकारों से गूंजे शिवालय, जलाभिषेक को उमड़े भक्तगण
शिवरात्रि का पर्व श्रद्धापूर्वक मनाया गया। शिवालयों में शुक्रवार सुबह चार बजे से जलाभिषेक शुरू हो गया था।
बागपत, जेएनएन। शिवरात्रि का पर्व श्रद्धापूर्वक मनाया गया। शिवालयों में शुक्रवार सुबह चार बजे से जलाभिषेक के लिए शिवभक्तों की कतार लगनी शुरू हो गई।
शहर के पंचवटी मंदिर, पंचमुखी मंदिर, रेलवे स्टेशन मंदिर, ठाकुर द्वारा मंदिर समेत सभी छोटे-बड़े शिवालयों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।
पंचवटी मंदिर के पुजारी पंडित कुंदन भारद्वाज ने बताया कि सुबह भगवान भोलेनाथ का दूध, दही, मिश्री, बेलपत्र, धतूरा सहित अन्य सामग्री से जलाभिषेक किया गया है। तड़के ही भक्तजन जलाभिषेक करने के लिए पहुंच गए। श्रद्धालुओं ने गंगाजल, बेलपत्र चढ़ाकर भगवान से कोरोना महामारी से मुक्ति सहित अपनी मनोतियां मांगी। बच्चों से लेकर युवाओं और बुजुर्गों में जलाभिषेक की होड़ लगी रही। पंडित कुंदन भारद्वाज ने बताया कि वैसे तो शिव चतुर्दशी शुक्रवार की शाम साढ़े 6 बजे से शुरू हुई, लेकिन सुबह से ही श्रद्धालुओं ने उपवास कर मंदिर में पूजा अर्चना की। उन्होंने बताया कि श्रद्धाभाव के साथ इस दिन उपवास रखते हुए पूजा अर्चना करने से भगवान शीघ्र प्रसन्न होते हैं। दोपहर व शाम के समय भी मंदिरों में महिला मंडल द्वारा भजन कीर्तन कर धर्म लाभ लिया गया।
मंदिर परिसर बम-बम भोले के जयकारों और भजनों से गूंजते रहे। श्रद्धालुओं ने उपवास रखे। कुंवारी युवतियों ने पति की कामना के लिए व्रत रखा और फिर शिवलिग की पूजा की। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक ऐसा माना जाता है कि श्रावण माह के सोमवार और शिवरात्रि पर व्रत रखने व पूजन करने से कुंवारी युवतियों का विवाह जल्दी होता है। आइजी ने लिया पुरा मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा
पुरा के प्राचीन परशुरामेश्वर महादेव मंदिर में दूसरे दिन भी चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात रही। असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए सिविल ड्रेस में पुलिसकर्मी भ्रमण करते रहे। खुफिया तंत्र भी सक्रिय रहा। बम निरोधक दस्ते ने दिनभर चेकिग अभियान चलाया। हिडन नदी किनारे व खेतों में छानबीन की गई। वहीं मेरठ आइजी प्रवीण कुमार ने पुरा महादेव मंदिर में पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने एसपी अभिषेक सिंह, एएसपी मनीष कुमार मिश्र व अन्य पुलिस अफसरों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं से पुलिसकर्मी विनम्रता से पेश आए। ड्यूटी में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। श्रद्धालु कोविड प्रोटोकाल का पालन करें। उन्होंने मंदिर समिति के पदाधिकारियों से भी जानकारी प्राप्त की।