रुपयों के विवाद में फांसी लगाकर जान दी
जासं, बागपत: नगर के पुरानी तहसील मोहल्ला में अधिवक्ता विपिन तोमर के बेटे ने फांसी लगाकर आत्
जासं, बागपत: नगर के पुरानी तहसील मोहल्ला में अधिवक्ता विपिन तोमर के बेटे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसके कमरे से मिले सुसाइड नोट से पता चला कि उसका अपनी ताई से रुपये को लेकर विवाद चल रहा था। इसी के चलते फांसी लगाकर जान दे दी।
अधिवक्ता विपिन तोमर ने बताया कि उनका बेटा विक्की उर्फ विक्रांत नोएडा में अपनी ताई रीता मलिक के पास रहता था। विक्की ट्रांसपोर्टर था। उसकी ताई का हॉस्टल था। विक्की के अपने ताई पर 18 लाख रुपये थे, जो रुपये देने के बजाए उस पर ही अपने 16 लाख रुपये बताती थी। इसको लेकर उन दोनों का विवाद हो गया था। उसने विक्की को दो माह पूर्व घर से निकाल दिया था। विक्की बागपत में उनके पास ही रहने लगा था,लेकिन पिछले आठ-दस दिन से फिर विक्की नोएडा में अपनी ताई के पास चला गया था। विक्की घर पर आया हुआ था। गुरुवार देर रात मकान में अपने कमरे में ही पंखे पर रस्सी बांधकर उसने खुदकशी कर ली। उधर कोतवाल दिनेश कुमार का कहना है कि इस मामले में युवक की ताई के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में मुकदमा दर्ज हुआ है। केस की विवेचना के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
ताई ही करे अंतिम संस्कार
जताई आखिरी इच्छा
अधिवक्ता विपिन तोमर की पत्नी निर्मला देवी की करीब बीस साल पूर्व मौत हो गई थी। उनके दो बेटे विक्की और विश्वास हैं। बाद में विपिन ने अनीता से दूसरी शादी कर ली थी। सुसाइड नोट के मुताबिक विक्की अपनी ताई को मां के रूप में मानता था और बहुत प्यार करता था। इसमें दर्शाया की वह काफी दुखी था। इसी के चलते उसने आत्महत्या की। सुसाइड नोट में उसने अपनी अंतिम इच्छा जताई थी कि ताई ही उसका दाह संस्कार करे।
घटना के समय नहीं
थी पत्नी घर पर
विक्की के एक बेटा वीर है। उसकी पत्नी ज्योति अपनी ननद को परीक्षा दिलाने के लिए देहरादून गई हुई थी। वहां से घर लौटी तो उसने ही सबसे पहले छत पर बने कमरे में पति विक्की को फांसी लगा देखा। उस समय दूसरे कमरे में विक्की की दादी सोई हुई थी। पिता और सौतेली मां मकान के नीचे कमरे में थे।