जिला अस्पताल में हड़ताल से मरीज बेहाल
जिला अस्पताल में चल रही एनएचएम डाक्टर और कर्मचारियों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ा।
बागपत, जेएनएन। जिला अस्पताल में चल रही एनएचएम डाक्टर और कर्मचारियों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवा बेहाल हो गई। हड़ताल को अब रालोद और सपा नेताओं का समर्थन किया। चेतावनी दी जब तक मांग नहीं मानी जाएगी धरना जारी रहेगा।
एनएचएम कर्मचारी संघ के बैनर तले चल रही डाक्टर व कर्मचारी नियमितीकरण, आउट सोर्सिंग प्रक्रिया खतम कराने जैसी मांगों को लेकर तीसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। रालोद नेता ओमबीर सिंह ढाका और सपा के शोकेंद्र तोमर ने समर्थन कर मांगों को जायज बताया।
एनएचएम सदस्य अनिल कुमार ने कहा कि सात दिसंबर में लखनऊ में धरना प्रदर्शन होगा। डा. श्रवण गोस्वामी, डा. संजय ढाका, डा. अनुज गोरा, रूपेंद्र, डा. रामकुमार, जब्बार खान, ललित सिंह मौजूद रहे। डिप्टी सीएमओ डा. यशवीर उनके बीच पहुंचे। सीएमओ डा. दिनेश कु़मार ने बताया कि संविदा कर्मियों की वेतन वृद्धि को शासन को पत्र लिखा है। हड़ताल से मरीज हुए परेशान
-हड़ताल से चिकित्सा सेवा ध्वस्त हो गई है। जांच व एक्सरे नहीं हो रहे है। जिला अस्पताल की लैब पर अधिक लोड बढ़ा है। तीमारदारों को खुद स्टेचर, व्हीलचेयर डाक्टरों तक जाना पड़ रहा। सर्वाधिक असर कोरोना टीकाकरण व जांच पर पड़ा है। जिले में 3496 का ही हो पाया टीकाकरण
जिले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से 69 सत्रों में 3496 लोगों का ही टीकाकरण किया गया है।
सीएमओ डा. दिनेश कुमार ने बताया कि बागपत में 540, बड़ौत में 1220, बिनौली में 1280, छपरौली में 60, खेकड़ा में 150 और पिलाना में 250 को टीकाकरण किया गया है। सीएमओ दफ्तर पर फार्मासिस्टों ने दिया धरना
डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन की ओर से प्रभार भत्ता बढ़ाने, दवा लिखने का अधिकार देने समेत 20 मांगों को लेकर सीएमओ कार्यालय पर धरना दिया।
सीएमओ डा. दिनेश कुमार को मुख्यंमत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। जिलाध्यक्ष ओमवीर सिंह ने बताया पांच दिसंबर से काली पट्टी बांधकर विरोध, नौ से 16 दिसंबर तक दो घंटे कार्य बहिष्कार होगा। जिला मंत्री ब्रिजेश शर्मा, मुकेश शर्मा, राजकुमार मौजूद रहे।