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अब पढ़ाई शुरू, विद्यार्थियों की आंखों की होगी जांच

वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से साढ़े छह माह विद्यालय बंद रहे। लगातार फैल रहे वायरस से स्वास्थ्य विभाग छात्रों के नेत्रों का परीक्षण नहीं कर पाया। इसी करण निश्शुल्क चश्मा वितरण योजना विभाग की परवान नहीं चढ़ सकी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Oct 2020 11:37 PM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 11:37 PM (IST)
अब पढ़ाई शुरू, विद्यार्थियों की आंखों की होगी जांच
अब पढ़ाई शुरू, विद्यार्थियों की आंखों की होगी जांच

बागपत, जेएनएन। वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से साढ़े छह माह विद्यालय बंद रहे। लगातार फैल रहे वायरस से स्वास्थ्य विभाग छात्रों के नेत्रों का परीक्षण नहीं कर पाया। इसी करण निश्शुल्क चश्मा वितरण योजना विभाग की परवान नहीं चढ़ सकी। अब विद्यालय खुल गए है, तो छात्रों की आंखों जांच की कार्ययोजना विभाग ने बनाई है। प्रत्येक सीएचसी के लिए सीएमओ ने आदेश जारी कर दिए है।

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कोरोना काल में विद्यालयों तक केवल आनलाइन पढ़ाई का तो दबाव रहा है, अन्य उनके स्वास्थ्य पर किसी का ध्यान नहीं रहा। जबकि मोबाइल पर पढ़ाई करने से नजरें कमजोर हुई और बच्चों की आंखों तक में दर्द की शिकायत बढ़ी है। लगातार एक ही स्थान पर बैठे रहने से कमर और गर्दन में दर्द भी बच्चों ने सहा है और सह रहे है। स्वास्थ्य विभाग ने पढ़ने वाले छात्रों की आंखों की जांच कराने के लिए कार्य योजना बना ली है। सीएमओ डा. आरके टंडन ने सभी सीएचसी के अधीक्षक को पत्र जारी कर निर्देशित कर दिया कि नेत्र परीक्षण अधिकारी के साथ विद्यालयों में छात्रों की आंखों का परीक्षण करेंगे। नजर कमजोर है तो उनका रजिस्ट्रेशन करेंगे उसके बाद उन्हें निश्शुल्क चश्मों का वितरण किया जाएगा। इस कार्य में विद्यालयों के दो अध्यापकों का सहयोग लिया जाएगा। बच्चों के नेत्रों के नंबर निर्धारण के बाद नेत्र परीक्षण अधिकारी चश्मे के लिए रजिस्ट्रेशन करेंगे, ताकि अधिकारियों के निरीक्षण के समय रिकॉर्ड दिखाया जा सके।

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1305 छात्रों को चश्मे वितरण का है लक्ष्य

-शासन से जिले के 1305 छात्रों को चश्मे वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिले में छह सीएचसी पर यह कार्यक्रम चलेगा। छात्रों के नेत्रों की जांच के आधार पर उन्हें चश्मे वितरित किए जाएंगे। आठ से 14 वर्ष तक के छात्रों के नेत्रों की जांच की जाएगी।

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नंबर निर्धारण के बाद दिए जाते है चश्मे

- राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत छात्रों को स्वास्थ्य कर्मियों के माध्यम से नेत्र परीक्षण अधिकारी द्वारा नेत्रों की जांच की जाती है। उनके माध्यम से चश्मों के लिए नंबर निर्धारित करते है। चश्मा निर्धारण के बाद जिला कार्यक्रम अधिकारी अंधता एवं ²ष्टिक्षीणता नियंत्रण कार्यक्रम, जिला स्वास्थ्य समिति में निर्णय लेकर चश्मा वितरण किया जाता है।

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सभी सीएचसी के अधीक्षक को पत्र जारी कर छात्रों के नेत्रों का परीक्षण कर उन्हें चश्मे वितरण करने के लिए निर्देशित कर दिया है।

डा. आरके टंडन, मुख्य चिकित्साधिकारी


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