'जनाब, चोरी हुई है तो राजफाश हो जाएगा, सामान भूल जाओ'
लूट हो या चोरी की घटना पुलिस का मकसद सिर्फ केस का राजफाश करना रहता है। पुलिस कहती है कि केस का राजफाश करा लो। माल बरामदगी भूल जाओ।
जेएनएन,बागपत : लूट हो या चोरी की घटना पुलिस का मकसद सिर्फ केस का राजफाश करना रहता है, माल बरामदगी की कोई परवाह नहीं। घटनाओं में शामिल एक या दो बदमाशों को गिरफ्तार कर पुलिस अपना सीना चौड़ा कर लेती है। पीड़ित सामान बरामदगी के लिए अफसरों के दफ्तरों के चक्कर लगाते रहते है। आलम यह है कि घटना होने के बाद पीड़ितों के सामने लोग बोलते हुए सुनाई देते है कि अब तो सामान को भूल आओं। पुलिस बदमाशों को पकड़ तो जरूर लेगी, लेकिन माल बरामदगी की कोई उम्मीद नहीं।
बागपत में लूट और चोरी की घटनाएं आम हो गई हैं। एक साल में करीब 300 चोरी की घटनाएं हुईं। इनमें 100 से अधिक मकान में चोरी की घटनाएं हैं। दो दर्जन से अधिक लूट की घटनाएं हुईं। सर्दी के मौसम में इन घटनाओं की संख्या बढ़ गई है। पुलिस का मकसद थानों में दर्ज घटनाओं का सिर्फ राजफाश करना रहता है, इसलिए एक बदमाश के पकड़े जाने के बाद भी पुलिस कई-कई घटनाओं का राजफाश कर देती है। सामान न के बराबर बरामद होता है।
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चोरी हुई 12 लाख की, सामान
बरामद हुआ 45 हजार का
बागपत के कारोबारी पंकज भारद्वाज उर्फ टोनू के मकान से 1.50 लाख रुपये की नगदी समेत करीब 12 लाख रुपये का सामान चोरी हुआ। पुलिस ने एक बदमाश को गिरफ्तार कर केस का पर्दाफाश तो कर दिया, लेकिन सामान 40-45 हजार रुपये का ही बरामद कर पाई है। इसी तरह अन्य पीड़ितों के साथ हो रहा है। कई पीड़ित तो थककर अपने घर बैठ चुके हैं।
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..तो मिल जाएगा सामान भी
पीड़ित पुलिस अफसरों से शिकायत करते है तो उनको एक ही जबाव मिला है कि परेशान क्यों हो रहे हो, पुलिस भागे अपराधियों को पकड़ने के प्रयास में लगी है। उनकी गिरफ्तारी के बाद सामान मिल जाएगा।
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अपराधियों से माल बरामदगी का किया जाता है प्रयास : एएसपी
एएसपी मनीष कुमार मिश्र का कहना है कि लूट व चोरी की घटना में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार कर ज्यादा से ज्यादा माल बरामदगी का पुलिस प्रयास करती है।