जीएसटी संग ई-बिलिग को भी बनाएं सरल
आपदा के दौर में संकट से जूझ रहे व्यापारियों ने वित्त मंत्री से जीएसटी व ई-बिलिग सुधारने की मांग की है।
जेएनएन, बागपत: आपदा के दौर में संकट से जूझ रहे व्यापारियों ने वित्त मंत्री से जीएसटी व ई-बिलिग में कुछ सुविधाजनक बनाए जाने की इच्छा जताई है। उनसे कहा कि अगर सुविधा मिली तो व्यापार काफी बेहतर होगा और विकास दर हासिल करने में सहायक होगा।
रटौल के फर्नीचर व्यापारी अरुण कुमार का कहना है कि जीएसटी की ऊंची दर से महंगाई निरंतर बढ़ रही है। इसके विपरीत प्राकृतिक आपदाओं व राजनीतिक गतिविधियों ने आम जनता की क्रय क्षमता को कमजोर कर दिया। इसका प्रभाव बाजार में साफ दिख रहा है। ऐसी परिस्थिति में वित्तमंत्री को चाहिए कि वे कर निर्धारण में नरमी बरतने के साथ जीएसटी की दरों को कम करें। कृषि व्यापार से जुड़े महेश कुमार का कहना है कि कीटनाशक संग खाद की दिनोंदिन बढ़ती कीमतों ने बाजार की कमर तोड़ दी है। किसान इस स्थिति में नहीं हैं कि वे अपनी आवश्यकता के अच्छे खाद, बीज का उपयोग कर सकें। सरकार को ई-बिलिग में आने वाली अड़चने व जीएसटी की दरों में सुधार कर फसल की वाजिब कीमत तय कर कृषि बाजार को प्रोत्साहन दें।
हार्डवेयर व्यापारी प्रवीण कुमार का कहना है कि ई-बिलिग की समस्या के कारण व्यापार करना दूभर हो गया है। ऊपर से आयकर विभाग के भ्रष्टाचार के कारण नीम चढ़ा करेला वाली कहावत चरितार्थ होती है। अंडा व्यापारी हबीब चौधरी का कहना है कि सरकार को पोल्ट्री फार्मिंग को प्रोत्साहन देने के लिए सस्ती दर पर मुर्गी दाना उपलब्ध कराया जाना चाहिए। साथ ही समय-समय पर बर्ड फ्लू जैसी बीमारी के नियंत्रण के प्रभावी प्रयास किए जाने चाहिए।