लॉकडाउन में लोगों की मदद को खड़े हैं रेड क्रॉस के स्वयंसेवक
जागरण संवाददाता बागपत विश्व रेडक्रॉस दिवस को अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस के रूप में मनाया जाता है। जिलेभर में दर्जनों कार्यकर्ता दीनहीन की सेवा में लगे हुए है। सोसाइटी के माध्यम से रक्तदान नेत्रदान असहायों की सेवा की जा रही है। समय-समय पर विद्यालयों के छात्रों को भी जागरूकता लाई जाती है। आपदों के समय जरूरतमंदों के लिए जरूरी सामान की व्यवस्था करते है।
बागपत, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जारी लॉकडाउन में लोगों की मदद को रेडक्रास सोसाइटी के स्वयंसेवक भी जुटे हुए हैं। जरूरतमंदों को भोजन व राहत सामग्री की व्यवस्था में स्वयंसेवक जुटे हुए है। आज विश्व रेडक्रास दिवस पर ऐसे स्वयंसेवकों को नमन है, जो आपदा की स्थिति में योद्धा बनकर लोगों की सेवा करते हैं।
विश्व रेडक्रॉस दिवस को अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस के रूप में मनाया जाता है। रेडक्रास सोसाइटी के माध्यम से रक्तदान, नेत्रदान, असहायों की सेवा की जा रही है। समय-समय पर विद्यालयों के छात्रों में मानव सेवा के प्रति जागरूकता के लिए कार्यक्रम किए जाते है। आपदा के समय जरूरतमंदों के लिए जरूरी सामान की व्यवस्था करते हैं।
जिला रेड क्रॉस सोसाइटी के जिला सचिव अभिमन्यु गुप्ता ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से आमजन को बचाने के लिए लॉकडाउन जारी है। इस लॉकडाउन में लोगों को भोजन व अन्य जरूरी सामान रेडक्रास सोसाइटी के स्वयंसेवक उपलब्ध करा रहे हैं। ब्लड बैंकों का संचालन करता है रेडक्रास
पंकज गुप्ता, दीपक गोयल, ईश्वर अग्रवाल बताते है कि रेडक्रॉस अभियान को जन्म देने वाले मानवता प्रेमी जीन हेनरी डयूनेन्ट का आठ मई 1828 में हुआ था। उनके जन्म दिवस 8 मई को विश्व रेडक्रॉस दिवस के रूप में पूरे विश्व में मनाया जाता है। आज विश्व के अधिकांश ब्लड बैंकों का संचालन रेडक्रॉस एवं उसकी सहयोगी संस्थाओं के द्वारा किया जाता है। रेडक्रॉस द्वारा चलाए गए रक्तदान जागरूकता अभियान के कारण ही आज थैलेसिमिया, कैंसर, एनीमिया जैसी अनेक जानलेवा बीमारियों से हजारों लोगों की जान बच रही है।