पुलिसिग भूलकर मनमानी पर उतरे पुलिसकर्मी
बागपत जेएनएन। बदमाशों के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई कर बागपत पुलिस की कार्यशैली ही बदल गई।
बागपत, जेएनएन। बदमाशों के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई कर बागपत पुलिस की कार्यशैली ही बदल गई। पुलिसकर्मी पुलिसिग भूलकर मनमानी पर उतरे हुए हैं। इसी का नतीजा हुआ कि पुलिस ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के खंड संघचालक के परिवार को शरीफ नहीं, बदमाश का परिवार मान लिया। एक बार भी पुलिस दायित्व के बार में नहीं सोचा।
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय खोखर की हत्या के बाद जिला पुलिस ने बदमाशों के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई की रणनीति बनाई। एनकाउंटर में बदमाश ढेर किया। इनामी बदमाशों को पकड़कर सलाखों के पीछे पहुंचाया गया। इतना ही नहीं बदमाशों की कमर तोड़ने के लिए उनकी संपत्ति कुर्क की गई। परिणाम भी सकारात्मक आया। पुलिस के भय से कुख्यात अपराधी, अफसरों के सामने आत्मसमर्पण करने लगे। इससे पुलिसकर्मी अति उत्साहित हो गए और पुलिसिग भूलकर मनमर्जी पर उतर आए। बदमाश और शरीफ परिवार की पहचान करना भूल गए।
ग्राम रंछाड़ में सोमवार को टीकाकरण शिविर में कोरोना रोधी टीका लगवाने के लिए आरएसएस के बिनौली खंड संघचालक श्रीनिवास का परिवार गया था। टीका लगवाने को उमड़ी भीड़ में कहासुनी हो गई थी। पुलिसकर्मियों ने लोगों को समझाने के बजाए अभद्रता करनी शुरू कर दी थी। परिवार के साथ हुई अभद्रता का युवक अक्षय ने विरोध किया तो पुलिसकर्मियों ने धक्का-मुक्की कर उनके साथ मारपीट की। फिर गुस्साएं ग्रामीणों ने भी पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई की। उसके बाद तो श्रीनिवास के परिवार पर पुलिस कहर बनकर टूट पड़ी। पहले बिना जांच किए परिवार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया। फिर बदमाशों के मकानों की तरह उनके मकान पर दबिश की कार्रवाई की गई। दबिश के दौरान न केवल परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट की बल्कि मवेशियों की भी बेरहमी से पिटाई की। मकान में तोड़फोड़ की गई। इसी से क्षुब्ध होकर श्रीनिवास के बेटे अक्षय ने मौत को गले लगाया। यदि पुलिस जरा भी बदमाश और शरीफ परिवार में पहचान कर लेती तो युवक अक्षय आज जिदा होता और बागपत पुलिस की फजीहत न होती। भाजपा कार्यकर्ताओं ने दिए त्याग पत्र
संवाद सहयोगी, खेकड़ा : रंछाड़ गांव के अक्षय की खुदकुशी से आहत भाजपा कार्यकर्ताओं ने पदों से त्यागपत्र दिए। भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंगलवार दोपहर जैन कालेज रोड पर बैठक की। रंछाड़ में पुलिस के व्यवहार से आहत स्वयंसेवक अक्षय की खुदकुशी के मामले पर विमर्श हुआ। पुलिस के खिलाफ आक्रोश जताकर शोक व्यक्त किया। दिवंगत आत्मा की शांति को मौन रखा। नगराध्यक्ष संदीप प्रजापति, शिवा यादव, आइटी सेल जिला संयोजक सन्नी गुप्ता, नगर मंत्री हर्ष भारद्वाज, रोकी शर्मा, नगर उपाध्यक्ष अंकुश जैन, नगर उपाध्यक्ष नितिन सिघल, कविता आदि ने त्यागपत्र जिलाध्यक्ष सूरजपाल गुर्जर को भेजे हैं। हालांकि जिलाध्यक्ष ने त्याग पत्र मिलने से इंकार किया है।