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शासन के निर्देश पर बालू की खान पर छापेमारी की जांच शुरू

हरियाणा सरकार के अनुरोध पर प्रदेश के खनन सचिव ने यूपी-हरियाणा सीमा स्थित गांव में छापेमारी की जांच शुरू हो गई है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Jan 2021 11:50 PM (IST)Updated: Mon, 11 Jan 2021 11:50 PM (IST)
शासन के निर्देश पर बालू की खान पर छापेमारी की जांच शुरू
शासन के निर्देश पर बालू की खान पर छापेमारी की जांच शुरू

बागपत, जेएनएन। हरियाणा सरकार के अनुरोध पर प्रदेश के खनन सचिव ने यूपी-हरियाणा सीमा स्थित खेड़ी प्रधान गांव के यमुना खादर में बालू की खान पर छापेमारी की जांच बैठा दी है। क्षेत्रीय खनन अधिकारी गाजियाबाद समेत चार सदस्यीय टीम पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट खनन सचिव को सौंपेगी। टीम शाम के समय बड़ौत कोतवाली पहुंची और छापे के दौरान हुई कार्रवाई के अभिलेख लिए। समयाभाव के कारण टीम बालू की खान पर नहीं जा सकी।

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पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने नौ दिसंबर को खेड़ी प्रधान गांव के यमुना खादर में बालू की खान पर छापा मारा था, जिसके बाद दावा किया था कि यमुना की धार मोड़कर बालू का अवैध खनन यूपी की सीमा में हो रहा है। सूत्रों का कहना है कि जिन आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई हुई है, उनमें हरियाणा राज्य के एक जनप्रतिनिधि का संबंधी भी है, जिसका का कहना है कि खान हरियाणा की सीमा में थी और पुलिस ने कार्रवाई गलत की है। इसी मामले को लेकर जनप्रतिनिधि ने हरियाणा सरकार से जांच कराने की मांग की थी, जिसके बाद हरियाणा सरकार ने प्रदेश सरकार से पूरे मामले की जांच कराने का अनुरोध किया है।

इसी को लेकर प्रदेश के खनन सचिव राजन तिवारी ने पूरे मामले की असलियत का पता लगाने के लिए खनन अधिकारियों की टीम गठित की है, जिसमें क्षेत्रीय खनन अधिकारी गाजियाबाद राघवेंद्र सिंह, शामली खनन अधिकारी रंजना सिंह, मेरठ खनन अधिकारी शैलेंद्र मौर्य और बागपत खनन अधिकारी राजकुमार संगम शामिल हैं। चार सदस्यीय टीम सोमवार को जांच के लिए बड़ौत पहुंची और छापेमारी से संबंधित अभिलेख जुटाए। मंगलवार को टीम जांच के लिए खेड़ी प्रधान जाएगी। उधर, खनन अधिकारी राजकुमार संगम ने बताया कि खनन सचिव के निर्देश पर चार सदस्यीय टीम जांच के लिए गठित की गई है जो देर शाम होने के कारण बालू की खान पर नहीं जा सकी है। टीम देखेगी कि खनन यूपी की सीमा में हो रहा था या हरियाणा की सीमा में। बालू का खनन वैध था या अवैध।


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