अभी जरूरत है सावधानी की, ताकि न फैले वायरस
कोरोना की पहली लहर शांत रही लेकिन दूसरी लहर ने कहर बरपा दिया।
बागपत, जेएनएन। कोरोना की पहली लहर शांत रही, लेकिन दूसरी लहर ने कहर बरपा दिया। कई गंभीर रोगियों को बेड तक नहीं मिले। हालत ऐसे बन गए थे कि न तो सिफारिश काम आई और न ही धनलक्ष्मी। अब फिर से वही हालत पैदा किए जा रहे हैं। गांवों में पहले भी लापरवाही बरती गई और आज भी ऐसा ही चल रहा है। बाजारों का भी यही हाल है।
कोरोना की दूसरे लहर पर तो जैसे-तैसे काबू पाया गया है, लेकिन यदि तीसरी लहर का प्रकोप बढ़ा तो यह और ज्यादा घातक हो सकता है। इसको लेकर अलर्ट तो है, लेकिन सावधानियां बरतने को लोग तैयार नहीं हैं। गांवों का माहौल और भी ज्यादा डराने वाला है। पंचायत घर हो या सार्वजनिक स्थल, यहां हर समय लोग इकट्ठा रहते है। किसी के चेहरे पर मास्क नहीं होता है। शारीरिक दूरी का पालन भी कोई नहीं करता है। यह हाल एक गांव के नहीं बल्कि सभी गांवों के है। वहीं शहर के बाजारों में भी माहौल काबू से बाहर है। बिना मास्क के घूमना लोग अपनी शान समझ रहे हैं। कोरोना से डर तो हर कोई रहा है, इसके प्रति जागरूक भी कोई नहीं हो रहा है। जो मास्क लगाते हैं और अन्य सभी नियमों का पालन करते हैं, उनके लिए खतरा पैदा किया जा रहा है। कोरोना से बचना है, तो सभी को जागरूक होना होगा। सावधानियां से ही कोरोना को हराया जा सकता है, इसके लिए हर किसी की सहभागिता जरूरी है।
सीएमओ डा. आरके टंडन ने कहा कि प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग तो तीसरी लहर के लिए तैयार है। जिले की जनता को भी को भी बचाव के लिए सावधानियां बरतनी है। तभी जागकर इस बीमारी से बचा जा सकता है। हमें अपने आप को और अपने बच्चों बीमारी से सुरक्षित करना है।