तालाब की सफाई नहीं, युवक अनशन पर बैठा
बाछौड़ गांव में 35 साल से तालाब की सफाई न होने और आसपास गंदगी फैलने के कारण एक युवक ने बुधवार से आमरण अनशन शुरू कर दिया है। युवक ने चेतावनी दी है कि जब तक इस तालाब की सफाई शुरू नहीं होगी तब तक आमरण अनशन जारी रहेगा।
बागपत, जेएनएन। बाछौड़ गांव में 35 साल से तालाब की सफाई न होने और आसपास गंदगी फैलने के कारण एक युवक ने बुधवार से आमरण अनशन शुरू कर दिया है। युवक ने चेतावनी दी है कि जब तक इस तालाब की सफाई शुरू नहीं होगी तब तक आमरण अनशन जारी रहेगा। युवक को गांव के लोगों ने भी अपना समर्थन दिया है।
मनोज शर्मा ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छ भारत मिशन चला रहे हैं, जिसमें करोड़ों रुपये का बजट जारी हो रहा है, लेकिन ऐसा लगता है कि बाछौड़ गांव में तालाब में गंदगी को मिशन के दायरे से बाहर रखा गया है। यही कारण है कि तालाब 35 साल से गंदगी से अटा हुआ है और आए दिन पानी ओवरफ्लो होकर गलियों में भर जाता है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। प्रशासन को कई बार शिकायत करने पर भी कुछ नहीं हुआ है। परेशान होकर तालाब के किनारे आमरण अनुशन शुरू करना पड़ा है। चेतावनी यह दी है कि प्रशासन जब तक तालाब को साफ नहीं करता है तब तक आमरण अनशन जारी रहेगा। भारतीय नौजवान इंकलाब पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रमोद कुमार गोस्वामी हड़ताल स्थल पर पहुंचे और समर्थन दिया।
इस मौके जसवीर, अंकित शर्मा, कासिम, गोपीचंद पांचाल, इरफान, कपिल व प्रदीप कुमार आदि मौजूद रहे। ग्राम प्रधान जसबीर सिंह ने बताया कि तीन दशक से ज्यादा से तालाब की सफाई नहीं हुई है। उन्होंने अपनी जेब से रुपए खर्च तालाब का पानी पंपसेट के माध्यम से खेतों में निकाला था, लेकिन पाइट बेकार हो गया है, जिससे अब तालाब का पानी नहीं निकल रहा है। एसडीएम गुलशन कुमार ने बताया कि बीडीओ को मौके पर भेजकर समाधान कराया जाएगा। सीने में उठा दर्द, बिना डाक्टर पहुंची एंबुलेंस
मनोज शर्मा ने देर शाम बताया कि उनके सीने में अचानक दर्द हो गया। उन्होंने एबंलुेंस को फोन किया। एंबुलेंस तो आ गई, लेकिन उसमें डाक्टर नहीं था।