प्रधानों को मिलेगा तालाबों की सफाई का जिम्मा
जनपद में तालाबों की बात करें तो शायद ही कोई ऐसा तालाब होगा जो साफ हो। तालाबों का गंदा पानी गांव-गांव लोगों को बीमारी परोस रहा है।
बागपत, जेएनएन। जनपद में तालाबों की बात करें तो शायद ही कोई ऐसा तालाब होगा, जो साफ हो। तालाबों का गंदा पानी गांव-गांव लोगों को बीमारी परोस रहा है। तालाबों में गंदगी से अटे होने के कारण ही उनमें गांव का पानी नहीं समा पाता है जिसके बाद तालाबों में जाने वाला पानी गलियों में भर जाता है कई स्थानों पर पानी घरों में भी घुस जाता है। सांसद के कहने पर अब प्रशासन प्रधानों को पत्र भेजकर तालाबों की सफाई और उनमें साफ पानी भरने की शुरूआत करेगा।
जनपद में तालाबों की संख्या सैकड़ों के आसपास है, लेकिन जिले के तालाब गंदगी से अटे पड़े हैं। तालाबों का पानी इतना प्रदूषित हो चुका है कि अब वह लोगों को बीमारी परोस रहा है। पशु भी तालाबों का पानी नहीं पीते हैं और न ही उनमें नहाते हैं। सरकार समय-समय पर तालाबों की सफाई का अभियान चलाती है, लेकिन दुखद यह है कि अभियान फाइलों तक सिमटकर रह जाता है और तालाबों की दुर्दशा जस की तस रह जाती है। तालाबों की सफाई को लेकर सांसद डा. सत्यपाल सिंह ने पहल करते हुए प्रशासन से कहा है कि वह जनपद के प्रधानों को पत्र भेजकर तालाबों की सफाई कराए और उनमें साफ पानी की व्यवस्था करे।
राज्यपाल के सामने भी उठाई समस्या
सांसद ने मंगलवार को बागपत में हुई पर्यावरण गोष्ठी में राज्यपाल के सामने भी तालाबों में गंदगी की समस्या उठाते हुए कहा कि यहां के तालाब गंदे हो चुके हैं इसलिए प्रशासन को चाहिए कि वह प्रधानों को पत्र जारी कर तालाबों की सफाई कराएं। अतिक्रमण भी है बड़ी समस्या
जनपद के तालाबों में गंदगी की ही समस्या नहीं है बल्कि तालाब अतिक्रमण की जद में भी है। शायद ही कोई ऐसा तालाब हो, जिसके कुछ हिस्से पर लोगों ने अतिक्रमण न कर रखा हो। कितने ही तालाबों का अस्तित्व ही खतरे में पड़ा हुआ है तो कई तालाब आज यादों में सिमट कर रह गए हैं। इन्होंने कहा..
तालाबों की सफाई होकर उनमें साफ पानी भरा जाना चाहिए। वह भी तालाबों की सफाई कराने का प्रयास करेंगे। प्रधानों के साथ-साथ आम जनता का भी सहयोग लेंगे। तालाबों से अतिक्रमण की समस्या भी दूर की जाएगी।
गुलशन कुमार, एसडीएम बड़ौत।