अवैध रूप से चलता मिला मदरसा व पूजा स्थल
शहर से कुछ ही दूरी पर स्थित कांशीराम कालोनी में पुलिस ने एक आवास पर छापा मारा तो अवैध मदरसे का संचालन होता मिला। यहीं पर नमाज भी अता होती थी।
जासं, बड़ौत (बागपत): शहर से कुछ ही दूरी पर स्थित कांशीराम कालोनी में विवाद की सूचना पर पहुंची पुलिस को एक आवास में अवैध मदरसे का संचालन होता मिला। यहीं पर नमाज भी अदा होती थी। चंद कदम दूर चबूतरे पर भगवान की मूर्ति रखी हुई मिली। दोनों ही स्थानों पर लाउडस्पीकर लगे हुए मिले। पुलिस ने मदरसे को बंद करवा दिया और दोनों ही धार्मिक स्थानों से लाउडस्पीकर उतरवा दिए। हालांकि इसको लेकर कालोनी में किसी तरह का विवाद नहीं था।
सोमवार को पुलिस को सूचना मिली कि मलकपुर रोड पर स्थित कांशीराम कालोनी में लाउडस्पीकर बजाने को लेकर विवाद की स्थिति बनी हुई है। यह सुन भारी संख्या में पुलिस बल कालोनी की ओर दौड़ा। पुलिस को देखकर कालोनी के लोग एकत्र हो गए। पुलिस ने मौलाना मोहम्मद शादाब और पुजारी राकेश कश्यप को हिरासत में ले लिया और कोतवाली ले आई।
कांधला निवासी शादाब ने पूछताछ में बताया कि उसने किसी से कमरे में रहने की अनुमति ली न ही नमाज पढ़ाने की। वह कालोनी के लोगों की सहमति से आवास में रहकर बच्चों को पढ़ाने और नमाज अदा कराने लगा। उधर, शामली निवासी राकेश ने बताया कि कालोनी में उसकी पत्नी पूनम के नाम से एक आवास आवंटित है और जिस स्थान पर मूर्तियां रखी हैं वह जगह मंदिर के लिए आवंटित है। पुलिस ने दोनों के नाम-पते आदि की गहराई से जांच करने के बाद हिदायत दी कि लाउडस्पीकरों को तुरंत उतार दिया जाए। अनुमति लिए बिना कुछ भी नहीं होगा।
सीओ रामानंद कुशवाहा ने बताया कि शादाब एक कमरे में रहता था और वहीं पर अवैध रूप से छत-सात बच्चों को पढ़ाने के साथ नमाज भी अदा कराता था। राकेश ने एक चबूतरे पर मूर्तियां रख रखी थीं। दोनों स्थानों से लाउडस्पीकर उतरवा दिए हैं और अनुमति के बिना पढ़ाने पर भी रोक लगा दी है। किसी ने विवाद की झूठी सूचना दी थी। कालोनी में मौके पर किसी तरह का विवाद नहीं मिला।
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मकान खाली था इसलिए रहने लगा
बड़ौत: मौलाना शादाब ने बताया कि कांशीराम कालोनी में एक मकान में कमरा खाली था। वहां पर कुछ बच्चों को पढ़ाना और पांच वक्त की नमाज शुरू कर दी। पुलिस की हिदायत के बाद लाउडस्पीकर उतार दिया है। बच्चों को पढ़ाने के साथ ही नमाज भी पढ़ते रहेंगे।
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मंदिर के लिए जगह आवंटित है
राकेश कश्यप ने बताया कि कालोनी में शिव मंदिर के लिए जगह आवंटित है इसलिए यहां पर मूर्ति रखकर पूजा-पाठ किया जाता है। सुबह शाम लाउडस्पीकर पर आरती होती है। पुलिस की हिदायत पर लाउडस्पीकर उतार दिया है। यहां लोग सौहार्द्र के साथ रहते हैं।
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पुलिस चौकी के पीछे कालोनी में हुआ था विवाद
दिल्ली-सहारनपुर हाईवे के पास और औद्योगिक पुलिस चौकी के पीछे कांशीराम कालोनी में कई माह पहले खुले में नमाज अदा करने को लेकर हंगामा हो गया था। यहां खाली पार्क में टेंट लगाकर नमाज अदा कराई जाती थी। हिदू संगठन के कार्यकर्ताओं के हंगामे के बाद इस पर रोक लगा दी गई थी।
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इन्होंने कहा..
कांशीराम कालोनी में लगभग सभी आवासों का आवंटन हो गया है। यदि कोई आवास खाली है तो आवंटन के बिना किसी को उसमें रहने नहीं दिया जाएगा। न कोई वहां पढ़ा सकता है और न ही धार्मिक कार्य कर सकता है। सबकुछ नियम के अनुसार ही करने दिया जाएगा। लाउडस्पीकर पुलिस ने उतरवा दिए हैं। इस पूरे मामले की जांच कराने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
-अमित कुमार, एडीएम बागपत।