पंचों ने कराया समझौता, नहीं बनाएगा कोई मतदाता पर दबाव
प्रत्याशी को वोट नहीं देने पर युवक को गांव से निकालने की धमकी देने व हमले के मामले में प्रबुद्ध ग्रामीणों ने दोनों पक्षों में सुलह करा दिया है।
बागपत, जेएनएन। प्रत्याशी को वोट नहीं देने पर युवक को गांव से निकालने की धमकी देने व हमले के मामले में ग्रामीणों ने अहम भूमिका निभाई। पंचायत कर विवाद का निपटारा करा दिया है। पीड़ित युवक ने पुलिस को समझौतानामा सौंप दिया।
ग्राम रोशनगढ़ निवासी युवक ज्योति पुत्र सतपाल ने आरोप लगाया था कि 21 जनवरी को संप्रदाय विशेष के कुछ युवकों ने अपने पक्ष के प्रत्याशी को वोट देने का दबाव बनाया। धमकी दी कि जहां हम कहेंगे, वोट वहीं देनी होगी, अन्यथा गांव में नहीं रहने दिया जाएगा। 22 जनवरी को उन पर धारदार हथियार से हमला किया। वहीं पुलिस ने दावा किया था कि वोट को लेकर नहीं, बल्कि शराब पीने के बाद खरीदे गए अंडे के रुपये के लेनदेन को लेकर कहासुनी हुई थी। ज्योति, अनीस समेत तीन युवकों का शांतिभंग की धारा में चालान किया गया है। इस मामले को लेकर गांव में शांतिपूर्ण तनाव था।
पीड़ित युवक ज्योति का कहना है कि इस मामले में रविवार को गांव में पंचायत हुई। पंचों ने उनके बीच सुलह करा दिया है। उधर बालैनी थाना प्रभारी कौशलेंद्र सिंह का कहना है कि गांव में कुछ लोगों ने बैठकर समझौता कराया है। ज्योति ने समझौतानामा लिखकर दिया है।
पुलिस के खिलाफ की
नारेबाजी, होगा मुकदमा
बड़ौत : रमाला गांव में एक पार्टी के कार्यकर्ता भीड़ लगाए खड़े थे, जो प्रत्याशी का स्वागत करने की तैयारी में थे। इसी दौरान एसपी पुलिस बल के साथ वहां से गुजरे। एसपी ने गाड़ी रोक ली, जिसके बाद लोगों ने पार्टी के नारे लगाने शुरू कर दिए। उसके बाद एसपी चले गए। उधर, इसकी वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें पार्टी के कार्यकर्ता नारेबाजी करते नजर आ रहे थे। पुलिस के खिलाफ भी नारेबाजी कर रहे है। एसपी नीरज कुमार जादौन ने बताया कि चुनाव आयोग ने सार्वजनिक स्थल पर भीड़ जमा कर समर्थन देने पर प्रतिबंध लगा रखा है। भीड़ के साथ कुछ बच्चे भी नजर आ रहे थे। संबंधित लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।