पीकू में भर्ती होंगे एक साल के बच्चे से लेकर से 17 साल तक के किशोर
कोरोना की तीसरी लहर बच्चों पर भारी पड़ने की आशंका है। स्वास्थ्य विभाग ने इस लहर के प्रभाव को कम करने को टीकाकरण और व्यवस्थाओं की दीवार खड़ी की जा रही है। जिला अस्पताल में 50 बेड का पीकू सेंटर यानी पीआइसीयू (पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट) तैयार है।
बागपत, जेएनएन। कोरोना की तीसरी लहर बच्चों पर भारी पड़ने की आशंका है। स्वास्थ्य विभाग ने इस लहर के प्रभाव को कम करने को टीकाकरण और व्यवस्थाओं की दीवार खड़ी की जा रही है। जिला अस्पताल में 50 बेड का पीकू सेंटर यानी पीआइसीयू (पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट) तैयार है।
जिला अस्पताल के डायलिसिस यूनिट में पीकू सेंटर यानी पीआइसीयू (पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट) बनाया गया है। यहां आइसीयू, वेंटीलेटर की व्यवस्था रहेगी। 50 में से 20 बेड पर आक्सीजन की व्यवस्था रहेगी। कोरोना के नोडल अधिकारी डिप्टी सीएमओ डा. यशवीर सिंह ने बताया कि पीकू को संचालित करने लिए सभी सुविधाएं की व्यवस्था की जा रही है। कुछ उपकरण की कमी है, जो शासन से जल्द मिल जाएंगे। यहां पर एक वर्ष के बच्चों से लेकर 17 वर्ष के किशोरों को भर्ती किया जाएगा। किशोरों के साथ स्वजन रह सकेंगे या नहीं इसके लिए अभी कोई शासनादेश जारी नहीं हुआ। बाकी जो नवजात बच्चे या एक साल से आठ-दस साल तक के बच्चों के साथ एक स्वजन रहेंगे। ---------- अभिभावकों के लिए चल रहे स्पेशल बूथ
-तीसरी लहर में बच्चे संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है। इसी देखते हुए जिले में युद्ध स्तर पर टीकाकरण किया जा रहा है। अलग से अभिभावक बूथ लगाकर यहां पर 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के माता-पिता को टीकाकरण किया जा रहा है। टीकाकरण को ही बचाव का सबसे बड़ा उपाय बताया जा रहा है।
---------- पहली-दूसरी लहर में भी संक्रमित हुए थे बच्चे
-तीसरी लहर को लेकर तो अलर्ट है, लेकिन जिले में पहली और दूसरी लहर में भी काफी संख्या में बच्चे संक्रमित हो चुके हैं। अब तीसरी लहर का अलर्ट है, तो सभी को सावधानियां बरतने की जरूरत है।