15 साल बाद नौकरी से निकालने पर शिक्षकों ने दिया धरना
वित्तविहीन शिक्षकों की दुर्दशा किसी से छुपी नहीं है। अब दो शिक्षकों को नौकरी से निकाल दिया गया है। वित्तविहीन शिक्षक संघ के तत्वावधान में शिक्षकों ने डीआइओएस दफ्तर पर धरना देकर विरोध जताया।
बागपत: वित्तविहीन शिक्षकों की दुर्दशा किसी से छुपी नहीं है। अब दो शिक्षकों को नौकरी से निकाल दिया गया है। वित्तविहीन शिक्षक संघ के तत्वावधान में शिक्षकों ने डीआइओएस दफ्तर पर धरना देकर विरोध जताया। शिक्षिका राजेश रुहेला ने बताया कि रठौड़ा के वित्तविहीन माध्यमिक विद्यालय में 15 साल से कार्यरत हैं, लेकिन अब प्रबंधक ने बिना कोई कारण बताये नौकरी से निकाल दिया है। शिक्षक विनीत कुमार ने बताया कि वह दस साल से कस्बा छपरौली के वित्तवहीन माध्यमिक विद्यालय से कार्यरत थे, लेकिन प्रबंधक ने बिना किसी गलती और बिना कोई कारण बताये नौकरी से निकाल दिया है। हम कहां जाएं, क्योंकि दूसरी जगह नौकरी पाने की उम्र भी निकल चुकी है।
वित्तविहीन शिक्षक संघ के प्रांतीय संगठन मंत्री रामपाल जांगड़ा और सरला चौधरी ने कहा कि पलड़ी स्कूल की शिक्षिका नीलम समेत अनेक शिक्षकों के प्रकरण डीआओएस दफ्तर में लंबित हैं। डीआइओएस ब्रजेंद्र कुमार ने दोनों स्कूलों के प्रबंधकों से जवाब तलब करने का आश्वासन देकर धरना खत्म कराया। जिलाध्यक्ष रमेश यादव, तेजपाल गुर्जर, नीलम रानी, अनीस जैन, प्रदीप, संदीप जैन, दिनेश जैन, शिवराज और अशोक बंधु आदि मौजूद रहे।