नवजात को कूड़े में फेंका, मौत
बेटा-बेटी एक समान..यह लिखा तो जगह-जगह रहता हैलेकिन क्या हकीकत ऐसा है इसकी पोल बुधवार को खुल गई।
बागपत, जेएनएन। बेटा-बेटी एक समान..यह लिखा तो जगह-जगह रहता है, लेकिन यह नारा हकीकत से काफी दूर है। नगर में एक नवजात बच्ची को कूड़े में फेंक दिया गया। बाद में कूड़ा बीनने वालों को वह मरी हालत में मिली। नगर के खत्ता रोड पर बुधवार सुबह किशोर कूड़ा बीन रहे थे। उन्हें एक पॉलीथिन में एक नवजात बच्ची का शव मिला। उसे देख किशोरों ने शोर मचा दिया। जब तक पुलिस वहां पर पहुंची, लोग बच्ची के शव को बाल परियोजना कार्यालय परिसर में ले गए। पुलिस ने मौके पर जांच की और लोगों से इस बारे में जानकारी की। कोतवाली प्रभारी अर¨वद कुमार का कहना है कि कूड़े में करीब छह माह का भ्रूण मिला है, जिसका पोस्टमार्टम करा दिया गया है। सीएमओ डॉक्टर राजकिशोर टंडन का कहना है कि मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। --- नवजात का शव देख रो पड़ीं महिलाएं कूड़े में नवजात बच्ची को देख हर कोई सहम गया। कई महिलाएं रोने लगीं। उनका कहना है कि इस बच्ची का क्या कसूर था, जिसने यह कृत्य किया है, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। --- ठंड में बच्ची की मौत होने की आशंका लोगों ने आशंका जताई कि नवजात बच्ची को जीवित स्थिति में फेंका गया होगा, जिसकी ठंड के कारण ही मौत हुई होगी। पहले भी मिल चुके हैं भ्रूण व नवजात बच्चों के शव करीब डेढ़ साल पूर्व डौला गांव में कूड़े के ढेर में नवजात बच्चे का शव मिला था। सिसाना गांव के पास पॉलीथिन में बच्ची का शव मिला था। नगर के सिसाना रोड पर एक मंदिर में तो नवजात बच्चा जीवित हालत में मिला था।