60 घंटे बाद भी चालू नहीं हुई मिल, लाखों का नुकसान, किसान परेशान
बरसात के चलते नो केन घोषित होने के 60 घंटे बाद मंगलवार को भी रमाला सहकारी चीनी मिल में पेराई शुरू नहीं हो सकी। इससे मिल को लाखों का नुकसान है। क्षेत्र के अधिकतर गन्ना क्रय केंद्रों पर जलभराव के चलते तौल बंद रही जिस कारण गन्ना क्रय केंद्र से जुड़े किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बागपत, जेएनएन। बरसात के चलते नो केन घोषित होने के 60 घंटे बाद मंगलवार को भी रमाला सहकारी चीनी मिल में पेराई शुरू नहीं हो सकी। इससे मिल को लाखों का नुकसान है। क्षेत्र के अधिकतर गन्ना क्रय केंद्रों पर जलभराव के चलते तौल बंद रही, जिस कारण गन्ना क्रय केंद्र से जुड़े किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बीते चार दिन तक रुक-रुककर हुई बारिश के कारण रमाला चीनी मिल में पेराई बंद करनी पड़ी। जिससे मिल को नो केन घोषित कर दिया गया था। मिल बंद होने से हजारों किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सोमवार को मौसम साफ होने के बाद 60 घंटे बाद भी रमाला चीनी मिल को चालू नहीं किया जा सका। मुख्य गन्ना अधिकारी अजय यादव ने बताया कि बारिश के चलते क्रय केंद्रों पर पानी भर गया, जिससे मिल में गन्ना नहीं पहुंच रहा है। पर्याप्त गन्ना पहुंचने पर ही मिल को चालू किया जाएगा। उधर, मिल नो केन होने से मिल को लाखों का नुकसान है।
मायूस लौटे किसान
देहात स्थित अधिकतर गन्ना क्रय केंद्रों पर जलभराव के चलते तौल बंद रही। जिस कारण क्रय केंद्रों पर गन्ना लेकर पहुंचे किसानों को मायूस होकर लौटना पड़ा। किसान विपिन, देवेंद्र, राजकुमार, बलवीर का कहना है कि खेतों में गन्ना छिला पड़ा है, लेकिन तौल बंद होने से उसे केंद्रों तक नहीं ले जा पा रहे हैं। इससे उनका गन्ना खराब हो रहा है। उन्होंने तौल बंद रहने पर नाराजगी जताई और जल्द से जल्द शुरू कराने की मांग की। ..और चल गई बागपत चीनी मिल
बागपत: बारिश में गन्ना कटाई और ढुलाई बंद रहने से बागपत चीनी मिल 84 घंटे बंद रहने के बाद मंगलवार शाम सात बजे चालू हो गई। हालांकि ईंधन गीला होने के कारण चीनी मिल को चालू करने में दिक्कत आई। जीएम आरके जेन ने बताया कि गन्ना आने से अब मिल चालू करा दी गई है। क्रय केंद्रों पर भी गन्ना तौल शुरू हो गई। गौरतलब है कि चीनी मिल बंद रहने से 22 हजार किसान परेशान थे, क्योंकि काफी किसान गन्ना कटाई नहीं होने से गेहूं बुआई करने में पिछड़ रहे हैं।