घरों में कैद रहे लोग, सड़कों पर सन्नाटा
लॉकडाउन का दूसरे दिन भी असर दिखा। व्यापारियों ने प्रतिष्ठान बंद रखे।
बागपत, जेएनएन। लॉकडाउन का दूसरे दिन भी असर दिखा। व्यापारियों ने प्रतिष्ठान बंद रखे, लेकिन कुछ लोग बेवजह सड़कों पर घूमते रहे और मोहल्लों में झुंड बनाकर चर्चा करते रहे। जरूरत का सामान लेने के लिए लोगों को थोड़ी परेशानी हुई, लेकिन इधर-उधर से सामान मिला। लोगों के घरों तक दूध की सप्लाई हुई। शाम के समय लोगों ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने में कसर नहीं छोड़ी। शहर के पक्का घाट व बाजारों में लोग घरों से बाहर निकल आए। पुलिस को देखते ही सड़क और गलियों में सन्नाटा पसर जाता।
दवा स्टोर पर कम
पहुंचे जरूरतमंद
पूर्ण लॉकडाउन में मेडिकल स्टोर खुलने की अनुमति दी गई थी। इससे शहर में दवाओं की कमी नहीं हुई। मेडिकल स्टोर संचालक कपिल चौहान और अंशुल भारद्वाज ने बताया कि चार-पांच लोग ही दवा लेने के लिए पहुंचे। दिनभर दुकान पर बैठने के बाद भी वह भी अपने घर चले गए। वहीं औषधि निरीक्षक वैभव बब्बर ने बताया कि जिले में दवाओं की भरपूर है। किसी भी मेडिकल स्टोर पर दवा की कमी नहीं है।
ग्रामीण क्षेत्रों में लॉकडाउन
का दिखा असर
ग्रामीण क्षेत्रों में लॉकडाउन का असर रहा। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी गांवों में पहुंचकर लोगों को घरों में रहने के लिए हिदायत देते रहे। किसान खेतों में काम करते हुए नजर आए। पुलिस का दबाव और कोरोना की दहशत के बीच ग्रामीण घरों में रहे। गांवों की चौपालों पर इक्का-दुक्का लोग बैठे एक दूसरे चर्चा करते रहे।