फर्स्ट वैक्सीनेशन के लिए बड़ौत के दो वरिष्ठ चिकित्सकों ने की पेशकश
लोगों में कोविड-19 टीकाकरण को लेकर भ्रांतियां हैं। इन्हें दूर करने के लिए बड़ौत के दो चिकित्सकों ने पहले खुद वैक्सीन लगवाने की पेशकश की है।
जेएनएन, बागपत: लोगों में कोविड-19 टीकाकरण को लेकर भ्रांतियां हैं। इन्हें दूर करने के लिए जिले के दो चिकित्सक आगे आए हैं। आइएमए के सचिव डा. दिनेश बंसल और पूर्व अध्यक्ष डा. अनिल जैन ने सीएमओ से पेशकश की है कि उनका सबसे पहले टीकाकरण किया जाए, ताकि उनके मेडिकल स्टाफ के साथ-साथ आम जन का मनोबल भी बढ़े।
वरिष्ठ चिकित्सक डा. बंसल ने बताया कि देश में कोरोना वैक्सीन को मंजूरी नियामक निकायों द्वारा सुरक्षा और सफलता के आधार पर ही मिली है, जिसमें संशय की कोई गुंजाइश नहीं है। सरकार द्वारा स्वीकृत कोरोना वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है और इससे इस बीमारी के खिलाफ मजबूत प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने में मदद मिलेगी।
इनएक्टिव वायरस से बनी है वैक्सीन
वरिष्ठ चिकित्सक डा. अनिल जैन बताते हैं कि वैक्सीन इनएक्टिवेटिड वायरस से बनी है। इसीलिए किसी भी प्रकार के नुकसान की गुंजाइश ही नहीं है। वहीं, खसरे का टीका कमजोर वायरस से बनाया जाता है, जिसे लोग बिना किसी भय के आसानी से लगवाते हैं।
चार जगह होगा वैक्सीनेशन
शहर में कोविड-19 के वैक्सीनेशन के लिए चार सेंटर बनाए गए हैं। इनमें आस्था हास्पिटल, मैनावती हास्पिटल, बड़ौत मेडिसिटी हास्पिटल और सीएचसी को सेंटर बनाया गया है।
12 दिन में दूसरी बार कोई नहीं मिला कोरोना पॉजिटिव
बागपत: कोरोना के जकड़ जिले में कमजोर हो गई है। 12 दिनों में दो बार कोई भी पॉजिटिव केस नहीं मिला है। इसमें मंगलवार का भी दिन शामिल है। वहीं चार लोग डिस्चार्ज हुए हैं। अब जिले में एक्टिव केस 22 रह गए हैं। सीएमओ डा. आरके टंडन ने कहा कि कोई भी व्यक्ति कोरोना से संक्रमित नहीं हुआ है। बल्कि चार ठीक हुए जो अपने स्वजन के बीच पहुंच गए हैं। कोविड-19 टीकाकरण शुरू हो जाएगा तो लोगों को कोरोना से भी मुक्ति हो जाएगी। वैसे भी पॉजिटिव केस में काफी कमी आई है। सभी लोगों को कोविड-19 गाइडलाइन का नियमों का पालन हर हाल में करना है।