जेएनएन, बागपत: प्रशासन ने रालोद के पूर्व विधायक वीरपाल राठी समेत दो के शस्त्र लाइसेंस निलंबित कर दिए हैं। निरस्तीकरण के नोटिस भी जारी किए हैं।
डीएम शकुंतला गौतम के मुताबिक पूर्व विधायक वीरपाल राठी निवासी कस्बा टीकरी हाल निवासी बड़ौत, किसान धरने में भाग ले रहे हैं। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार वीरपाल राठी ने प्रशासन के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की। आंदोलनकारियों को भड़काने की कोशिश की। उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में दो मुकदमे पहले से ही दर्ज हैं। ऐसी स्थिति में शांतिभंग होने की पूर्ण संभावना बनी हुई है। इसे देखते हुए उनकी रायफल का शस्त्र लाइसेंस निलंबित किया गया है। इनके अलावा रालोद नेता डाक्टर अनिल डबास निवासी कस्बा बड़ौत भी धरने में शामिल है। उनके खिलाफ भी दो मुकदमे दर्ज हैं। उनसे कृत्य से भी अशांति उत्पन्न होने का अंदेशा बना हुआ है। इसी को देखते हुए उनकी राइफल व पिस्टल का लाइसेंस निलंबित किया गया है। इस संबंध में दोनों नेताओं को नोटिस भी जारी किया गया है। बता दे कि इनसे पहले प्रशासन रालोद नेता और पेट्रोल पंप के मालिक धीरज उज्ज्वल की रिवाल्वर का शस्त्र लाइसेंस निलंबित कर चुका है।
प्रधानमंत्री को अपशब्द
कहने पर मुकदमा दर्ज
बड़ौत : दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के धरने में संबोधन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को माइक से अपशब्द कहने वाले आरोपित पर मुकदमा दर्ज हो गया है। यह मुकदमा धरने के संयोजक थांबा चौधरी ब्रजपाल सिंह की तहरीर पर ही दर्ज हुआ है। पुलिस ने आरोपित की तलाश शुरू कर दी गई है।
सोमवार की शाम धरने में एक व्यक्ति माइक लेकर धरने को संबोधित करने लगा। इस दौरान उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कई अपशब्द तक कह दिए्र। धरने के जिम्मेदारों ने उसके हाथ से माइक छीन लिया और धरने से जाने को कह दिया। इस दौरान हंगामा भी खड़ा हो गया। इस वाकये की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। सीओ आलोक सिंह ने बताया कि धरने के संयोजक की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। धरने के संयोजक का कहना है कि आरोपित व्यक्ति का धरने से कोई लेना देना नहीं है।
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