नवादा में पुलिस की साठगांठ से हो रहा अवैध रेत खनन
हिडन नदी किनारे पूरनपुर नवादा जंगल में माफिया रात को धड़ल्ले से अवैध रेत खनन कर रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस की सांठगांठ से खनन हो जा रहा है। कई बार शिकायत कर चुकी है लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है।
बागपत, टीम जागरण। हिडन नदी किनारे पूरनपुर नवादा जंगल में माफिया रात को धड़ल्ले से अवैध रेत खनन कर रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस की सांठगांठ से खनन हो जा रहा है। कई बार शिकायत कर चुकी है, लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है।
पूरनपुर नवादा जंगल में हिडन नदी के किनारे रेतीली जमीन है, यहां से मिट्टी ईंट भट्ठों पर पथाई में बेहतर कार्य करता है। इसके लिए यहां से माफिया रात के अंधेरे में रोजाना कई ट्रैक्टर ट्राली से रेट ईट भट्टों पर सप्लाई करते हैं। माफिया ने खदान कर कई बीघे जमीन में करीब 10-11 फीट गहरे गड्ढे भी बना दिए हैं। खदान रोकने के लिए ग्रामीण कई बार पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन पुलिस कार्रवाई नहीं करती है। गत दिनों टीटू पुत्र प्रेमराम ने डीएम से शिकायत की थी। पुलिस मामले की जांच को पहुंची, लेकिन खानापूर्ति कर वापस लौट गई। आरोप है कि पुलिस की सांठगांठ से अवैध कारोबार चल रहा है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द माफिया पर कार्रवाई व रेत खनन बंद नहीं हुआ तो आंदोलन करने को बाध्य होंगे। इसकी पूर्ण जिम्मेदारी पुलिस और प्रशासन की होगी। सीओ युवराज सिंह ने मामले की जानकारी से इंकार कर जांच के बाद कार्रवाई कराने की बात कही है।
खाद लेने को लेकर मची समिति पर मारामारी
बिनौली कृषक सेवा सहकारी समिति पर बुधवार को यूरिया खाद वितरण के दौरान किसानों में मारामारी मच गई। लगभग चार घंटे में ही खाद का स्टाक खत्म हो गया। कृषक सेवा सहकारी समिति के गोदाम में पिछले एक सप्ताह से यूरिया खाद उपलब्ध नहीं था, जिससे किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। मंगलवार शाम समिति गोदाम में खाद पहुंचा, जिसके बाद किसानों को वितरण शुरू हुआ। इस दौरान समिति परिसर में किसानों की कतार लग गई। आलम ये रहा कि खाद लेने को लेकर मारामारी मच गई। इसके कारण कुछ ही घंटों में स्टाक समाप्त हो गया। काफी किसान खाद लेने से वंचित रह गए। समिति प्रबंध निदेशक धर्मबीर सिंह राणा ने बताया कि जल्द खाद आएगा।