हेल्प डेस्क होंगी स्थापित, मास्क लगाकर बैठेंगे कर्मचारी
सरकारी दफ्तरों में कोरोना से बचाव के लिए हेल्प डेस्क स्थापित किए जाएंगे।
बागपत, जेएनएन। सरकारी दफ्तरों में कोरोना से बचाव के लिए हेल्प डेस्क स्थापित किए जाएंगे। कर्मचारियों की ड्यूटी दो-दो सप्ताह में बदली जाएगी। पल्स आक्सीमीटर और थर्मल स्क्रीनिग मशीन से आने वाले आगंतुकों की जांच करेंगे। मोबाइल में आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड करना जाएगा।देश और प्रदेश में कोरोना वायरस की दहशत बढ़ गई है। हर रोज कोरोना के मरीज मिल रहे है।
बढ़ते जा रहे कोरोना के मामले को देखते हुए मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने विभागों के कार्यालयों में हेल्प डेस्क स्थापित कराने के लिए निर्देशित किया है। जिला स्तर और ब्लॉक स्तरीय कार्यालयों में हेल्प डेस्क बनाए जाएंगे। कोविड हेल्प डेस्क पर एक कर्मचारी की दो सप्ताह के रोस्टर के आधार तैनाती की जाएगी। इन कर्मचारियों का नियमित रूप स मास्क एवं ग्लब्स पहना जरूरी रहेगा। कोविड हेल्प डेस्क पर सैनिटाइजर, थर्मल स्कैनर एवं पल्स आक्सीमीटर रखे होने चाहिए। लक्षण वाले लोगों के आक्सीजन सेचुरेशन की जांच पल्स आक्सीमीटर से की जाएगी। रीडिग 94 प्रतिशत से कम आने पर प्रकरण सीएमओ, नजदीक की सीएचसी, जिला अस्पताल में भेजा जाएगा। प्रत्येक प्रयोग के पश्चात पल्स आक्सीमीटर की हाइड्रोजन पराक्साइड से विसंक्रमित किया जाएगा। कार्यालयों में तंबाकू को सेवन करने वालों पर नजर रखी जाएगी। किसी कर्मचारी में लक्षण मिलें, तो वह न आएं कार्यालय
किसी कर्मचारी को खांसी, बुखार, सांस लेने में परेशानी, गले में खरास है, तो यह सुनिश्चित किया जाए, कि ऐसे कर्मचारी ड़यूटी पर न आएं। वहीं, हेल्प डेस्क के द्वारा स्क्रीनिग में किसी लक्षण मिलता है तो इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के टोल फ्री नंबर या जनपदीय नियंत्रण कक्ष को दिया जाएगा।
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सभी विभागों के अधिकारियों द्वारा कोरोना से बचाव के लिए हेल्प डेस्क को स्थापित कर देना चाहिए। सभी सीएचसी अधीक्षकों को आदेशित कर दिया है। हेल्प डेस्क पर जांच की व्यवस्था दुरुस्त रखेंगे। लक्षण वाले मिलते है तो इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को देंगे।
डा. आरके टंडन, मुख्य चिकित्साधिकारी