Move to Jagran APP

श्मशान घाट की रेकी करता था गिरोह, अंतिम संस्कार होते ही काम शुरू

कोरोना वायरस से लोग तड़फ-तड़फ कर मर रहे हैं। श्मशान घाट में चिताएं ठंडी होने का इंतजार करते थे।

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 May 2021 12:09 AM (IST)Updated: Mon, 10 May 2021 12:09 AM (IST)
श्मशान घाट की रेकी करता था गिरोह, अंतिम संस्कार होते ही काम शुरू
श्मशान घाट की रेकी करता था गिरोह, अंतिम संस्कार होते ही काम शुरू

बागपत, जेएनएन। कोरोना वायरस से लोग तड़फ-तड़फ कर मर रहे हैं। श्मशान घाट में चिताएं ठंडी नहीं हो रही है। एक के बाद एक शव श्मशान घाट में पहुंच रहे हैं। लोग दहशत में हैं, लेकिन इसी बीच पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसने चारों ओर सनसनी फैलाकर रखी दी है। शर्मनाक कर देने वाली खबर यह है कि चंद रुपयों की खातिर कुछ लोगों ने अपना ईमान ही गिरवी रख दिया और गिरोह बनाकर श्मशान घाट से शवों के कफन और कपड़े चोरी करने लगे। गिरोह के सदस्यों की निगाहें किसी एक या दो श्मशान घाट पर नहीं रहती थी, बल्कि शहर से देहात तक श्मशान घाट पर इनकी नजरें लगी होती थी।

loksabha election banner

सीओ आलोक सिंह ने बताया कि आरोपित बड़ौत, बागपत, छपरौली, दोघट, टीकरी, अमीनगर सराय, खेकड़ा आदि स्थानों पर बने श्मशान घाट तक पहुंचते थे। इनके अलावा देहात के श्मशान घाट में भी आरोपित कपड़ों को लाते थे। गिरोह के सातों सदस्यों के अलावा और भी शामिल हो सकते हैं, जो देहात या दूर-दराज से कपड़ों को लाते होंगे, लेकिन इनके नाम विवेचना में सामने आएंगे। उसके बाद उन नामों को मुकदमे का हिस्सा बना लिया जाएगा।

सीओ ने बताया कि गिरोह के सरगना प्रवीण कुमार जैन का शहर की नई मंडी में घर है और उसी में कपड़ों की दुकान भी। इनका एक बेटा, भतीजा और चार लोग इस धंधे में शामिल थे। पुलिस ने जब दुकान में छापा मारा तो वहां शवों से उतरने वाले कपड़ों का लंबा-चौड़ा ढेर मिला। सफेद, पीली चद्दर, कुर्ता, कमीज, रंगीन धोती, शाल आदि पर मख्खियां भिनकती हुई मिली। पोटलियों में कपड़े रखे मिले। पुलिस ने बतौर सबूत कपड़ों की वीडियो बनाई और उसके बाद कपड़ों को बरामद कर लिया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.