किसान पढ़ेंगे फसल अवशेष प्रबंधन का पाठ
खेती किसानी के लिए अच्छी खबर। फसल अवशेष जलाने से रोकने के लिए किसानों को पाठ पढ़ाया जाएगा।
बागपत, जेएनएन। खेती किसानी के लिए अच्छी खबर। फसल अवशेष जलाने से रोकने के लिए किसानों को पांच दिन का पाठ पढ़ाया जाएगा। किसानों को कृषि यंत्रों और फसल अवशेष जलाने से पर्यावरण को होने वाले नुकसान की जानकारी मिलेगी।
बागपत के 25 किसानों को राजकीय कृषि विश्वविद्यालय बुलंदशहर में फसल अवशेष प्रबंधन प्रशिक्षण मिलेगा। किसानों को सुपर स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम, हैप्पी सीडर, सुपर सीडर, जीरो टिल सीड एवं फर्टिलाइजर ड्रिल, मल्चर, पैडी स्ट्रा चापर, हाइड्रालिक रिवर्सिबल मोल्ड बोर्ड हल, क्राप रीपर और रीपर बाइंडर जैसे कृषि यंत्रों के संचालन और प्रयोग का फायदा बताया जाएगा।
दरअसल, फसल अवशेष जलाने के बजाय कृषि यंत्रों से कटाई कर मिट्टी में मिलाकर मृदा जीवांश पदार्थ की बढ़ोत्तरी कर सकते हैं। डी-वेस्टकंपोजर प्रयोग कर फसल अवशेष गलाने का प्रशिक्षण मिलेगा। कृषि उप निदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि किसानों का चयन कर चार जनवरी को प्रशिक्षण दिलाने को बुलंदशहर भेजेंगे।
प्रत्येक किसान को प्रशिक्षण के साथ एक हजार रुपये मिलेंगे। जो किसान प्रशिक्षण लेकर लौटेंगे वह खुद बताई गई बातों पर अमल करेंगे और दूसरे किसानों को फसल अवशेष नहीं जलाने के लिए प्रेरित करेंगे। उद्देश्य फसल अवशेष जलाने से रोकर पर्यावरण को खराब होने से बचाना है। विवि की सेमेस्टर परीक्षाओं के परीक्षा फार्म भरने शुरू
चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी ने स्नातक व परास्नातक कक्षाओं की सेमेस्टर परीक्षाओं के फार्म गुरुवार से आनलाइन भरने शुरू हो गए। दिगंबर जैन कालेज के प्राचार्य डा. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि सीसीएसयू ने फार्म भरने की अंतिम तिथि 10 जनवरी रखी है। इसलिए विद्यार्थियों को निर्देशित किया गया है कि शीघ्रता से फार्म भरें, न कि समय बीतने का इंतजार करें।