बहन की मौत के तीन दिन बाद भाई का निधन, कई और मौत
क्षेत्र में कोरोना महामारी का संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है।
बागपत, जेएनएन। क्षेत्र में कोरोना महामारी का संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है। लोगों को पहले बुखार आता है और उसके बाद सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। लोगों की कोरोना जांच उस गति से नहीं हो रही है जितनी गति से यह संक्रमण बढ़ रहा है। जिसकी रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आ जाती है और उसकी मौत हो जाती है तो उसे कोरोना से मौत मान लिया जाता है और जिसकी जांच ही नहीं होती है और उसकी बुखार या सांस लेने की दिक्कत के कारण मौत होती है उसे केवल बुखार से मौत होना ही माना जाता है। कई मरीज ऐसे में मर रहे हैं जिन्हें कोरोना ही नहीं बल्कि बुखार ही था।
क्षेत्र में मंगलवार को कोरोना और बुखार से होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़ गया है। शहर के श्मशान घाट में लगभग डेढ़ दर्जन से ज्यादा शवों का अंतिम संस्कार किया गया है। इन्हीं में से शहर के पट्टी चौधरान के रहने वाले गिराज शर्मा की मौत हो गई। 50 साल के गिराज कोताना रोड पर मेडिसिटी में भर्ती थे और उन्हें बुखार और सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। उनके शव का अंतिम संस्कार श्मशाम घाट में ही किया गय है। तीन दिन पहले गिराज की बहन कमलेश की मौत उसकी ससुराल मुजफ्फरनगर में हो गई थी। वह भी बुखार से पीड़ित थी।
उधर, रमाला थाना क्षेत्र के कंडेरा गांव निवासी भट्टा व्यवसायी ब्रहमसिंह को पिछले तीन दिन से बुखार आ रहा था। तबीयत ज्यादा खराब होने व सांस लेने पर दिक्कत होने पर उन्हें आक्सीजन दी गई। जहां ब्रहम सिंह ने मंगलवार को दम तोड़ दिया। वहीं एक महिला की भी बुखार के चलते मौत हो गई। रिटायर अध्यापक महिपाल सिंह की भी मौत हो गई।