मैपिग और जीओ टैगिग के बाद होगा परीक्षा केंद्रों का निर्धारण
यूपी बोर्ड परीक्षा की तैयारियों शासन के आदेश पर माध्यमिक शिक्षा विभाग ने शुरू कर दी है।
बागपत, जेएनएन। यूपी बोर्ड परीक्षा की तैयारियों शासन के आदेश पर माध्यमिक शिक्षा विभाग ने शुरू कर दी है। ऑनलाइन केंद्रों का निर्धारण होगा। सभी प्रधानाचार्यों को विद्यालय की आधारभूत सुविधाओं को शासन की वेबसाइट पर अपलोड करेंगे। पांच दिसंबर इसके लिए अंतिम रहेगा।
वर्ष 2021 में होने वाली यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। आनलाइन केंद्रों का निर्धारण होगा, जिसको देखते हुए जिले के 142 विद्यालयों के प्रधानाचार्यों निर्देशित किया है कि विद्यालयों की सभी सुविधाओं को परिषद की वेबसाइट पर अपलोड करेंगे। प्रभारी डीआइओएस अंतरिक्ष कुमार ने बताया कि सभी प्रधानाचार्यों को स्कूलों की आधारभूत सुविधाओं का अपलोड करने के लिए निर्देशित कर दिया गया है। परीक्षा केंद्र निर्धारण हेतु विद्यालय के मध्य दूरी का निर्धारण की सूचना विद्यालयों की मैपिग, जिओ टैगिग के माध्यम से उपलब्ध कराएंगे। मैपिग और जिओ टैगिग करने को परिषद द्वारा तैयार करने के लिए एक मोबाइल एप बनाया गया है। एप के माध्यम से ही गत वर्ष की भांति स्वयं मैपिग करेंगे। प्रधानाचार्यों द्वारा विद्यालय के परिसर में एप की यूजर आइडी एवं पासवर्ड के द्वारा लॉगिन करेंगे, जससे विद्यालय का अक्षांश और देशांतर परिषद की वेबसाइट के सर्वर पर स्वयं ही दर्ज हो जाएगा। यह कार्य विद्यालय में उपस्थित होने के बाद ही करेंगे। उसके बाद स्थलीय निरीक्षण होगा, जिसके बाद मैपिग और जीओ टैगिग की प्रमाणिकर्ता की जांच कर संस्तुति की जाएगी। गलत सूचनाएं दीं, तो परीक्षा केंद्र से होंगे बाहर
--शासनादेश के तहत किसी प्रधानाचार्य द्वारा विद्यालय से संबंधित आधारभूत सूचनाएं, आंकड़े को समयांतर्गत परिषद की वेबसाइट पर अपलोड नहीं किया, त्रुटिपूर्ण और भ्रामक सूचनाएं अपलोड की तो उन्हें बोर्ड परीक्षा केंद्र पात्रता लिस्ट से बाहर कर दिया जाएगा। संबंधित प्रधानाचार्य के खिलाफ नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी। प्रबंधतंत्र भी उत्तरादयी होंगे तथा उनके खिलाफ भी आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।