प्रशासनिक अधिकारी के खिलाफ प्रदर्शन कर गरजे पंचायत सचिव
पंचायत सचिवों ने एक प्रशासनिक अधिकारी और कानूनगो पर अभद्रता करने का आरोप लगाया।
बागपत, जेएनएन। पंचायत सचिवों ने एक प्रशासनिक अधिकारी और कानूनगो पर अभद्रता करने का आरोप लगाकर विकास भवन पर प्रदर्शन कर धरना दिया। पंचायत सचिवों ने ऐलान किया कि कानूनगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं कराया तो पंचायत चुनावों का बहिष्कार करेंगे। इससे अधिकारियों में खलबली मच गई।
ग्राम पंचायत सचिवों ने बताया कि गत दिवस की शाम एक अधिकारी ने पंचायत चुनावों के लिए मतदान केंद्रों पर बूथों के कक्ष बदलने के लिए कहा। तब राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष प्रमोद कुमार समेत पंचायत सचिवों ने अधिकारी से लिखित में आदेश जारी करने का अनुरोध किया। आरोप है कि लिखित में आदेश देने के बजाय अधिकारी भड़क गए और अभद्रता की। अधिकारी के इशारे पर कानूनगो ने
पंचायत सचिव प्रमोद के खिलाफ मारपीट और गाली गलौज करने का झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया।
पंचायत सचिवों ने चेतावनी दी कि जब तक अधिकारी और कानूगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी तब तक कार्य बहिष्कार रहेगा। कानूनगों के
खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की। बीडीओ बागपत स्मृति अवस्थी ने पंचायत सचिवों से धरना खत्म करने के लिए समझाया। बाद में सीडीओ अभिराम त्रिवेदी उनके बीच पहुंचे, लेकिन पंचायत सचिवों ने धरना खत्म करने से इन्कार कर दिया। इस पर सीडीओ भड़क गए।
सीडीओ ने डीएम से फोन पर वार्ता के बाद पंचायत सचिवों को आश्वासन दिया कि उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी। ग्राम विकास अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष जौनी चौधरी ने कहा कि सीडीओ के आश्वासन पर धरना स्थगित कर दिया। मांग पूरी नहीं होने पर हड़ताल को जारी रखेंगे। धरना देने वालों में केके तोमर, नीता, गंगाराम, सुनील, विजय, राकेश कुमार समेत जिले के सभी पंचायत सचिव मौजूद रहे। वहीं, प्रशासनिक अधिकारी ने पंचायत सचिवों के आरोप खारिज करते हुए कहा कि इन्होंने पंचायत चुनाव का काम करने से इन्कार किया और अभद्रता करने का प्रयास किया।