कोरोना महामारी के खात्मे की दुआ के साथ मनाया गया ईद-उल-अजहा
त्याग कुर्बानी का पर्व ईद-उल-अजहा बुधवार को अमनो-अमान और कोरोना महामारी के खात्मे की दुआ के साथ मनाया गया।
बागपत, जेएनएन। त्याग, कुर्बानी का पर्व ईद-उल-अजहा बुधवार को अमनो-अमान और कोरोना महामारी के खात्मे की दुआ के साथ मनाया गया। शासन के दिशा-निर्देश के अनुसार लोगों ने अपने घर में कुर्बानी की और मस्जिद में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए लोगों ने नमाज अदा की।
कोरोना और महंगाई का असर बकरों की कीमतों पर साफ नजर आया। बाजार में बकरे छह हजार से 45 हजार रुपये तक बिके। कुछ बकरों की कीमत अस्सी हजार रुपये तक भी लगाई गई। शहर की फूंस वाली मस्जिद में गाइडलाइन का पालन कराते हुए शहरी इमाम मोलाना आरिफ-उल-हक ने नमाज अदा कराई। अपनी तकरीर में उन्होंने कोरोना के प्रति सतर्कता बरतने और कुर्बानी घरों के अंदर करने की अपील की। उधर, रमाला क्षेत्र के ईद-उल-अजहा शांतिपूर्वक मनाया गया। लोगों ने अपने घरों में ही ईद की नमाज अदा की। असारा, सोंटी, अशरफाबाद थल, कंडेरा, कासिमपुर खेडी, किशनपुर बराल ईदगाह व अन्य मस्जिदों में 5-5 लोगों ईद की नमाज अदा की। अधिकतर ने अपने घरों में ही नमाज पढ़ी। नमाज में मुल्क में अमन चैन के साथ ही कोरोना से निजात की दुआ की गई। इसके बाद लोगों ने अपने घरों में कुर्बानी की। प्रमुख स्थानों व चौराहों पर पुलिस के जवान सुरक्षा में तैनात रहे। इंस्पेक्टर रवेन्द्र यादव ने भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने लोगों से आपसी भाईचारे के साथ त्योहार मनाने की अपील की। उधर, चौागमा क्षेत्र में जगह-जगह मस्जिदों एवं घरों में नमाज अदा की गई। क्षेत्र के शाहजहांपुर, दोघट, टीकरी, मौजिजाबाद नांगल, बामनौली, फौलादनगर, मिलाना, भड़ल, निरपुड़ा, दाहा, पलड़ा आदि गांवों में ईद की नमाज अदा की गई। इस मौके पर थाना पुलिस गांव में गश्त करती रही।