डा. राजपाल शूटिग की नर्सरी में तराश रहे अर्जुन
बिनौली में निशानेबाजी के द्रोणाचार्य डाक्टर राजपाल सिंह मेहनत और कौशल से प्रतिभाओं को तराशकर भविष्य संवारने में जुटे हैं। घास फूंस की रेंज से शुरू हुआ प्रतिभाओं को तराशने का सफर जारी है।
बागपत, जेएनएन। बिनौली में निशानेबाजी के द्रोणाचार्य डाक्टर राजपाल सिंह मेहनत और कौशल से प्रतिभाओं को तराशकर भविष्य संवारने में जुटे हैं। घास फूंस की रेंज से शुरू हुआ प्रतिभाओं को तराशने का सफर जारी है। उनके मार्गदर्शन में कई प्रतिभाएं अंतरराष्ट्रीय मंच पर जौहर दिखा चुकी हैं। दिल्ली सरकार में सीएमओ पद से सेवानिवृत्त होने के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी व राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी सहित कई नामचीन हस्तियों को प्रशिक्षण दे चुके डाक्टर राजपाल सिंह के कदम ढलती उम्र में भी रुक नही रहे हैं।
डॉ. राजपाल सिंह ने वर्ष 1998 में अपने गांव जौहड़ी में एक पुराने मकान में घास फूंस के रेंज बनाकर ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभाओं को तराशने की मुहिम शुरू की। एक-दो साल में ही यहां प्रशिक्षण लेकर निशानेबाजों ने राज्य से लेकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर का सफर तय किया। वर्ष 2002 में अपने प्रयासों से इसी रेंज पर भारतीय खेल प्राधिकरण के डे-बोर्डिंग स्कीम के तहत प्रशिक्षण केंद्र स्थापित कराया। प्रतिस्पर्धा बढ़ने पर वर्ष 2015 में अपनी जमीन पर पूर्व राज्यसभा सदस्य बीपी सिघल की निधि से इंडोर शूटिग रेंज स्थापित कराई।
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कई अर्जुन किए तैयार
-राजपाल सिंह से प्रशिक्षित अर्जुन अवार्डी विवेक सिंह, वर्ल्ड कप विजेता सीमा तोमर, वर्षा तोमर, रानी लक्ष्मीबाई अवार्ड विजेता सीमा तोमर, रूबी तोमर, रेशु, सर्वेश तोमर, नीतू तोमर, रवि कुमार, जाकिर खान, आरिफ मलिक, अखिल श्योराण, रवि जाटव, प्रशांत तोमर, कपिल तोमर आदि निशानेबाज शामिल हैं। वे अपने परिवार से अलग जौहड़ी गांव में ही रहकर अपनी देखरेख में निशानेबाजी के अर्जुन तैयार करने में जुटे हैं।