कोतवाली पहुंचीं डीएम, कुर्सियां खाली देखकर हुईं नाराज
समाधान दिवस के खत्म होने से छह मिनट पूर्व डीएम शकुंतला गौतम कोतवाली पहुंचीं। वहां अधिकारियों के नहीं मिलने पर डीएम नाराज हुईं।
जेएनएन, बागपत : समाधान दिवस के खत्म होने से छह मिनट पूर्व डीएम शकुंतला गौतम कोतवाली पहुंचीं। कोतवाली प्रभारी एनएस सिरोही को छोड़कर उन्हें कोई अधिकारी नहीं मिला। कुर्सियां खाली देख डीएम नाराज हुईं। उन्होंने फरियादियों की समस्या सुनी और कोतवाली के दस्तावेज देखे।
शुक्रवार को जनपद के सभी थानों में समाधान दिवस मनाया गया। डीएम शकुंतला गौतम दोपहर 1.54 बजे अचानक कोतवाली पहुंचें। उस समय कोतवाली प्रभारी एनएस सिरोही ही वहां पर थे। डीएम ने जानकारी की तो कोतवाली प्रभारी ने बताया कि एसडीएम अनुभव सिंह व सीओ ओमपाल सिंह फरियादियों की समस्या सुनकर अभी यहां से किसी दूसरे कार्य से गए हैं। राजस्व के स्टाफ के बारे में पूछने पर बताया कि माह के द्वितीय शनिवार होने की वजह तथा दूसरे कार्य में व्यस्त होने के कारण लेखपाल नहीं आए। डीएम ने कहा कि समाधान दिवस में पहुंचना जरूरी होता है। उन्होंने फरियादियों की समस्या सुनी। अफसरों से कहा कि मौके पर पहुंचकर स्थलीय निरीक्षण करें और आख्या उपलब्ध कराएं। राजस्व व पुलिस की दो-दो शिकायत आईं।
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भ्रमणशील रहे पुलिस
डीएम ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मद्देनजर पुलिस भ्रमणशील रहे और असामाजिक तत्वों पर नजर बनाए रखें।
समाधान दिवस : शिकायत का मौके पर ही कराया निस्तारण
खेकड़ा : शासन के आदेश पर दूसरे व चौथे शनिवार को थाना व कोतवाली में समाधान दिवस होता है, परंतु दिवस में चार घंटे अधिकारी समस्या सुनने को फरियादियों की बाट जोहते रहते हैं। शनिवार को कोतवाली एसडीएम अजय कुमार, सीओ एमएस रावत संग इंस्पेक्टर रवेंद्र कुमार फरियादियों की समस्या सुनने को मौजूद रहे। मात्र एक समस्या लेकर फरियादी पहुंचा। मौके पर ही समस्या का निदान हुआ। उधर चांदीनगर थाने में कोई फरियादी शिकायत लेकर नहीं पहुंचा।