सुनो-सुनो..गुम हो गए बागपत के आठ गांव
सरकारी तंत्र में मची खलबली के बीच मुख्य विकास अधिकारी को लिखित में अवगत कराया गया है। उन्होंने टीम गठित कर अफसरों को गांवों को ढूंढ़ने का जिम्मा सौंपा है।
जहीर हसन, बागपत :
पुलिस थानों में तो आपने गुमशुदगी के मामले खूब सुने होंगे लेकिन कभी किसी गांव के गुम होने की बात भी कान में पड़ी है? अगर कभी नहीं सुना तो अब सुन लीजिए..। बागपत जनपद के आठ गांव गुम हो गए हैं। इन गांवों को धरती निगल गई या आसमान, कुछ कहा नहीं जा सकता। बुनियादी विकास से जुड़ी योजनाओं को अंजाम देने के लिए अफसर इन गांवों को तलाशने में जुटे हैं, लेकिन गांव ढूंढे नहीं मिल रहे। सरकारी तंत्र में मची खलबली के बीच मुख्य विकास अधिकारी को लिखित में अवगत कराया गया है। उन्होंने टीम गठित कर अफसरों को गांवों को ढूंढ़ने का जिम्मा सौंपा है।
ऐसे हुआ खुलासा
दरअसल, ऊर्जा निगम ने दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना के तहत 58 करोड़ रुपये की लागत से बागपत के 280 गांवों में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने का प्लान बनाया। विश्वनाथ प्रोजेक्ट लिमिटेड हैदराबाद को इसका जिम्मा मिला। अब अधीक्षण अभियंता रामवीर ¨सह ने सीडीओ बागपत तथा पश्चिमांचल विद्युत वितरण कंपनी के एमडी तथा मुख्य अभियंता मेरठ आदि को भेजी रिपोर्ट में बागपत बताया कि जिले के आठ गांव गायब हैं। कई बार तलाश कराने के बाद भी गांव नहीं मिले। रिपोर्ट के अनुसार, बागपत के अन्य 272 गांवों में विद्युतीकरण का काम पूरा हो चुका है। गुम हुए गांवों में बागपत ब्लाक का बसा टीकरी, बिनौली ब्लाक में जैबाबाद आदि नहीं मिले। सीडीओ से गुम हुए गांव-मजरों का पता लगाने को सत्यापन कराने का अनुरोध किया गया।
रिपोर्ट पढ़ते ही सीडीओ ने कहा, बागपत में गांव नहीं मिले तो ये चले कहां गए? जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी तथा चार बीडीओ को गांवों के सत्यापन का आदेश दिया। सवाल यह है कि जब ये गांव नहीं मिले तो इनकी विद्युतीकरण के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट कैसे बन गई? कहीं न कहीं कोई झोल या गोलमाल तो है ही।
गुम हुए गांव-मजरों का ब्योरा
ब्लाक गांव
बड़ौत ओढ़ापुर
बड़ौत बसावा
बिनौली अहमदाबाद गढ़ी
बिनौली जैबाबाद
बिनौली कोहनाबाद
छपरौली ख्वावाजा नंगला
बागपत धनौरा
बागपत बसा टीकरी
इन्होंने कहा..
हमने गुम हुए गांवों की हकीकत का पता लगाने को सीडीओ से सत्यापन कराने का अनुरोध किया है।
रामवीर ¨सह, एसई-ऊर्जा निगम हमने अधीनस्थ अधिकारियों को सत्यापन करके इन गांवों का पता लगाने का आदेश दिया है।
पीसी जायसवाल, सीडीओ।