बावली चुंगी पर बस स्टैंड की मांग को लेकर वरिष्ठों ने दिया धरना
शहर की बावली चुंगी पर स्थित रोडवेज की भूमि पर बस स्टैंड के निर्माण में हो रही देरी से नाराज होकर वरिष्ठ नागरिकों ने धरना दिया।
जेएनएन, बागपत : शहर की बावली चुंगी पर स्थित रोडवेज की भूमि पर बस स्टैंड के निर्माण में हो रहे विलंब से विरोध में वरिष्ठ नागरिकों ने तहसील में धरना दिया और परिवहन निगम के अपर प्रबंध निदेशक को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।
मंगलवार को सीनियर सिटीजंस वैलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत वरिष्ठ नागरिकों ने तहसील में धरना दिया।
संस्था के अध्यक्ष प्रीतम सिंह वर्मा ने बताया कि एसोसिएशन 2004 से उक्त भूमि पर रोडवेज बस स्टैंड निर्माण हेतु संघर्षरत है। एसोसिएशन के आवाज उठाने के बाद पूर्व में अतिक्रमण की भेंट चढ़ चुकी रोडवेज की भूमि से न सिर्फ अवैध कब्जे हटे बल्कि जन प्रतिनिधियों के सहयोग से यहां कई सुविधाएं कराई गई। अब यहां रोडवेज बस स्टैंड के निर्माण कराकर बसों को संचालित कराने का मामला लंबित चल रहा है। एक दिवसीय धरने में निर्णय लिया गया कि एसोसिएशन की 14 फरवरी को प्रस्तावित मासिक बैठक तक यदि इस मामले में कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन को तेज किया जाएगा। इस मौके पर डा. ओमवीर सिंह, मोहम्मद उमर, तेजपाल सिंह, राजवीर सिंह तोमर, चंद्रप्रकाश, डा. हरपाल सिंह, सुबोध चौधरी, प्रेम सिंह राणा, इंद्रपाल सिंह, डा. जल सिंह तोमर, सुखपाल सिंह आदि मौजूद रहे।
पंचायतघर नहीं बनने
पर निदेशक नाराज
बागपत: पंचायत घरों का निर्माण नहीं कराना बागपत समेत 51 जिलों के अधिकारियों को महंगा पड़ सकता है। पंचायत राज निदेशक किजल सिंह ने जिला पंचायत राज अधिकारी को भेजे पत्र में कहा कि जिलों से दूसरी किस्त की राशि की डिमांड नहीं की गई। इससे साफ है कि पंचायत घरों का निर्माण अधूरा है। बागपत के छह पंचायत घरों समेत सभी 51 जिलों में 419 पंचायतघरों का निर्माण अटका है। निदेशक ने नाराजगी जताते हुए निर्माण पूरा कराने की हिदायत दी। बता दें कि सरकार का जोर गांवों में पंचायतघर बनवाने पर है।