बारिश में ठंड से कांपा बागपत
दो दिन की बारिश के बाद शनिवार को मौसम साफ होने से दोपहर तक धूप निकली। धूप से ठंड में कुछ राहत मिलने से लोगों के चेहरे खिल उठे।
बागपत, जेएनएन। दो दिन की बारिश के बाद शनिवार को मौसम साफ होने से दोपहर तक धूप निकली। धूप से ठंड में कुछ राहत मिलने से लोगों के चेहरे खिल उठे। अधिकतम तापमान में एक डिग्री सेल्सिय का इजाफा होने से 18 पर पहुंच गया जबकि गत दिवस 17 डिग्री सेल्सियस था। दोपहर बाद फिर मौसम का मिजाज बदला और बादल छाने से ठंड बढ़ गई। दिन छिपने से पहले ही लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो गए। सड़कों पर बाजारों में जो लोग नजर आए वो भी गर्म कपड़ों में लिपेटे रहे। ठंड के कारण सांस के मरीजों का दम फूलने लगा है। बागपत समेत कहीं भी अलाव जलते नहीं दिखे।
वहीं गत दो दिनों में हुई बारिश से चौतरफा जलभराव की समस्या जस की तस बनी है। निर्माणाधीन दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे पर जलभराव तथा कीचड़ से आवागमन बाधित होता रहा। जिला अस्पताल के सामने जलभराव से लोग परेशान दिखे। बागपत नगर तथा गांवों के रास्तों पर कीचड़ ने आम जन की परेशानी ओर बढ़ा दी।
दो दर्जन गांवों में शनिवार को भी बिजली आपूर्ति ठप रहने से हजारों लोगों को दिक्कत हुई। किसानों के चेहरों पर तो हवाईया उड़ी हैं, क्योंकि खेतों में पानी भरने से गेहूं बुआई पिछड़ गई है।
बागपत में गन्ना कटने के बाद गेहूं बुआई होती है। बारिश के कारण गन्ना कटाई भी बंद है और जो खेत खाली थे उनमें भी गेहूं बुआई में समय लगेगा। किसानों ने कहा कि यदि आगे बारिश नहीं हुई तो तब भी गेहूं बुआई 15 दिन बाद शुरू होगी। मौसम साफ नहीं हुआ तो सरसों की फसल चेपा रोग की चपेट में आ सकती है। वहीं स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति में कुछ इजाफा हुआ है। हालांकि गांवों में अनेक प्राथमिक स्कूलों के सामने जलभराव से छात्र-छात्राओं की परेशानी बढ़ गई
है। सुधरी हवा की सेहत
शनिवार को बागपत की हवा की सेहत में अवश्य सुधार हो गया। शुक्रवार को जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 411 था वहीं शनिवार को 147 पर आ गया। साफ है कि हवा की सेहत सुधरने से लोगों को काफी राहत मिली।