नोडल अधिकारी की बताई खामियां दूर कराने पहुंचे सीएमओ
शासन ने प्रमुख सचिव अमृत अभिजात को बागपत के नोडल अधिकारी बनाया है। दो दिन पूर्व सीएचसी का निरीक्षण किया था। उन्होंने परिसर में टूट-फूट को देखकर खासी नाराजगी व्यक्त की थी। साथ ही आक्सीजन प्लांट के एंट्री प्वाइंट पर दरवाजे लगाने और सफाई व्यवस्था को दुरुस्त कराने के भी निर्देश दिए थे।
बागपत, टीम जागरण। शासन ने प्रमुख सचिव अमृत अभिजात को बागपत के नोडल अधिकारी बनाया है। दो दिन पूर्व सीएचसी का निरीक्षण किया था। उन्होंने परिसर में टूट-फूट को देखकर खासी नाराजगी व्यक्त की थी। साथ ही आक्सीजन प्लांट के एंट्री प्वाइंट पर दरवाजे लगाने और सफाई व्यवस्था को दुरुस्त कराने के भी निर्देश दिए थे। बता दें कि खेकड़ा सीएचसी को कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए एल-वन व एल-टू अस्पताल में बदल दिया जाता है। उन्होंने जल्द संक्रमित मरीजों का सीएचसी पर ही इलाज शुरू करने का इशारा भी किया। आइसोलेशन वार्ड के साथ इलाज से जुड़ी सभी व्यवस्थाएं को जल्द से जल्द पूरी करने के निर्देश दिए थे। मिली खामियों को पूरा कराने के लिए मंगलवार को सीएमओ डा. दिनेश कुमार सीएचसी पर पहुंचे। अपने सामने की खामियों को दूर भी कराया। सीएचसी अधीक्षक डा. ताहिर को साफ सफाई व्यवस्था में कोई भी कोताही नहीं बरतने के निर्देश दिए। पीएचसी के पास झगड़ते बंदरों ने दो को काटा
खेकड़ा क्षेत्र में बंदरों का आतंक दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। आएदिन बंदर क्षेत्र में किसी न किसी को काटकर घायल कर रहे हैं। इतना ही नहीं नगर के मकानों पर दिन के साथ रात में बंदरों के झुंड डेरा डाले रहते हैं। इससे लोग घरों से बाहर निकलते हुए भी डरते हैं। सबसे बुरा हालात रेलवे रोड के हैं जहां हर वक्त बंदरों के झुंड बैठे रहते हैं। हाथ में सामान लेकर गुजरने वाले राहगीरों पर बंदर हमला कर देते हैं। मंगलवार को कुछ लोगों ने मार्ग पर ही बंदरों के लिए खाने की सामग्री डाल दी। इसे लेकर बंदरों में झगड़ा हो गया। पीएचसी के सामने से गुजर रहे बाइक सवार दो युवकों पर झगड़े हुए बंदरों ने हमला बोल दिया। गनीमत रही कि दोनों गिरने से बाल बाल बच गए। मार्ग से निकल रहे राहगीरों ने बंदरों को खदेड़कर दोनों की जान बचाई। वरना बंदर दोनों को गंभीर घायल कर देते। बाइक सवार मुंडाला मोहल्ला निवासी अजय और राहुल है। दो पीएचसी पर इलाज कराने के बाद घर वापस लौट गए।