मुन्ना बजरंगी हत्याकांड: पूर्व सांसद धनंजय सिंह समेत पांच आरोपितों को पुलिस ने दी क्लीनचिट
पूर्वांचल के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में पुलिस ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह समेत पांच आरोपितों को क्लीनचिट दे दी है। सिर्फ कुख्यात सुनील राठी ही आरोपित।
बागपत, जेएनएन। पूर्वांचल के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में पुलिस ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह समेत पांच आरोपितों को क्लीनचिट दे दी है। पुलिस ने सिर्फ कुख्यात सुनील राठी को ही आरोपित माना है। उसके खिलाफ पुलिस पहले ही अदालत में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। पुलिस ने इस केस की फाइल को बंद कर दिया है। वहीं, कुछ सवाल अब भी अनसुलझे रह गए हैं।
बड़ौत के पूर्व विधायक लोकेश दीक्षित व उनके भाई नारायण दीक्षित से वर्ष 2017 में झांसी जेल में बंद मुन्ना बजरंगी के नाम से फोन पर रंगदारी मांगी गई थी तथा उनके गांव गाधी में आकर बाइक सवार बदमाशों ने धमकी भी दी थी। कोतवाली पर दो मुकदमे दर्ज हुए थे। इस मामले में पुलिस ने मुन्ना बजरंगी के एक साथी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मुन्ना को बी-वारंट पर नौ जुलाई 2018 को अदालत में पेश करने के लिए आठ जुलाई को पुलिस उसको झांसी जेल से लेकर बागपत आई थी।
पुलिस ने रात को बजरंगी को बागपत जेल में दाखिल कर दिया था। नौ तारीख की सुबह जेल में उसकी हत्या कर दी गई थी। कुख्यात सुनील राठी ने हत्या करना कबूल किया था। उसकी निशानदेही पर जेल के सेफ्टी टैंक से एक पिस्टल, दो मैग्जीन व कारतूस बरामद हुए थे। आरोपित सुनील राठी के खिलाफ खेकड़ा थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। वहीं, मुन्ना की पत्नी सीमा सिंह ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह, रिटायर्ड डिप्टी एसपी जेएम सिंह, प्रदीप उर्फ पीके, महराज सिंह व विकास उर्फ राजा पर पति की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत की थी।
इन पर हुई थी कार्रवाई
मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद तत्कालीन जेलर उदय प्रताप सिंह, डिप्टी जेलर शिवाजी यादव, प्रधान बंदीरक्षक अर्जेंद्र सिंह व बंदीरक्षक माधव सिंह निलंबित कर दिए गए थे। विभागीय जांच के बाद अर्जेंद्र सिंह व माधव सिंह को गत 23 अप्रैल तथा जेलर यूपी सिंह को 20 जून को बर्खास्त कर दिया गया था।
केस की विवेचना हुई पूरी : सीओ
खेकड़ा सीओ दिलीप सिंह का कहना है कि इस केस की विवेचना पूरी हो गई है। विवेचना में आरोपित सुनील राठी के खिलाफ ही साक्ष्य मिले हैं। उसके खिलाफ पूर्व में अदालत में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। अन्य किसी के खिलाफ साक्ष्य नहीं मिले।
सेफ्टी टैंक से जंग लगी मिली थी पिस्टल
सुनील राठी के बयान और फॉरेंसिक रिपोर्ट में भिन्नता मिली। मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद मौके से बरामद कारतूस, खोखा और गटर से बरामद पिस्टल को जांच के लिए आगरा लैब भेजा गया था। जांच रिपोर्ट में पिस्टल जंग लगी हुई मिली। साथ ही यह भी पुष्टि हुई थी कि इस पिस्टल से गोली नहीं चली।
इन सवालों का नहीं मिला जवाब
- जेल में पिस्टल कौन और कब लेकर पहुंचा?
- गटर से बरामद पिस्टल हत्या में प्रयोग नहीं हुई तो वह पिस्टल कहां है?
- बजरंगी की छाती पर बगैर गोली लगा और गोली लगा फोटो कैसे वायरल हुआ?
- जिस मोबाइल से फोटो वायरल हुआ, वह मोबाइल कहां है?