कन्नौज की घटना के विरोध में लेखपालों का कार्य बहिष्कार
कन्नौज की छिबरामऊ तहसील में लेखपालों के साथ अधिवक्ताओं द्वारा की गई मारपीट के विरोध में लेखपालों ने कार्य बहिष्कार कर धरना दिया और आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग का मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।
बागपत, जेएनएन। कन्नौज की छिबरामऊ तहसील में लेखपालों के साथ अधिवक्ताओं द्वारा की गई मारपीट के विरोध में लेखपालों ने कार्य बहिष्कार कर धरना दिया और आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग का मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।
उप्र लेखपाल संघ के आह्वान पर बुधवार को तहसील में लेखपालों ने संपूर्ण कार्य बहिष्कार में शामिल हुए लेखपालों का कहना था कि ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र पर जबरन रिपोर्ट लगाने से मना करने पर आरोपित अधिवक्ता ने पहले महिला लेखपाल के साथ मारपीट की। उसके बाद दर्जनों अधिवक्ताओं ने अन्य लेखपालों के साथ भी मारपीट की और उन्हें तहसील सभागार में घंटों बंधक बनाकर रखा। इतना सब होने के बाद भी आरोपितों ने उल्टे लेखपालों के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज करा दिया। वहां लेखपालों ने जब इसका विरोध किया तो पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया, जिसमें कोई गिरफ्तारी नहीं की गई। इसके विरोध में जब वहां के लेखपालों ने कलक्ट्रेट पर धरना दिया तो अधिवक्ताओं के समूह ने फिर से लाठी-डंड़ों से हमला बोल दिया, जिसमें महिला लेखपालों सहित कई लेखपालों को गंभीर चोटे आई हैं। घटना के विरोध में कन्नौज के समस्त लेखपालों ने त्यागपत्र दे दिया है। उधर, बागपत तहसील में भी लेखपालों ने कार्य बहिष्कार कर धरना दिया। सौरण सिंह यादव, विनोद कुमार, वरुणवेश, सचिन भारती, अंशुल कुमार, वीरेन्द्र यादव, बलबीर, सुशील शर्मा, प्रदीप राणा आदि मौजूद रहे।