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कुपोषण मिटाने को अधिकारियों ने गोद लिए आंगनबाड़ी केंद्र

कुपोषण मिटाने को अधिकारियों ने गाेद लिए आंगनबाड़ी केंद्र

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Jun 2022 07:42 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jun 2022 07:42 PM (IST)
कुपोषण मिटाने को अधिकारियों ने गोद लिए आंगनबाड़ी केंद्र
कुपोषण मिटाने को अधिकारियों ने गोद लिए आंगनबाड़ी केंद्र

कुपोषण मिटाने को अधिकारियों ने गोद लिए आंगनबाड़ी केंद्र

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बागपत, जेएनएन। अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों ने 46 आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेकर कुपोषण मिटाने को अच्छी पहल की है। अब इन आंगनबाड़ी केंद्रों की न केवल सूरत बदलेगी, बल्कि बच्चों और माताओं की सेहत भी संवरेगी। इससे हर केंद्र चकाचक होगा और फर्नीचर से बच्चों को जमीन पर बैठने से भी छुटकारा मिलेगा।

बाल एवं पुष्टाहार विभाग ने जिला पंचायत अध्यक्ष, ब्लाक प्रमुखों, बीडीओ, आजीविका मिशन के उपायुक्त, बीएस तथा जिला पूर्ति अधिकारी अधिकारियों को कुपोषण की दृष्टि से संवेदनशील 46 आंगनबाड़ी केंद्र गोद दिए गए हैं। ये आंगनबाड़ी केंद्र कैड़वा, बामनौली, माखर, हलालपुर, आदर्श नंगला, मवीकलाां, सुन्हैड़ा, सैदपुर, हरियाखेड़ा, खिंदौड़ा, संतोषपुर, गौरीपुर हबीबपुर, क्यामपुर, अहैड़ा, बिहारीपुर, वाजिदपुर व कंडेरा गांवों में संचालित हैं।

चकाचक होंगे केंद्र:

-अधिकारी और जनप्रतिनिधि गोद लिए आंगनबाड़ी केंद्रों की मरम्मत, रंगाई-पुताई, स्वच्छता, पेयजल आपूर्ति, पोषण वाटिका विकसित कराने, बाल मैत्री शौचालयों की व्यवस्था कराएंगे। बच्चों तथा महिलाओं के लिए फर्नीचर उपलब्ध कराने, तीन से छह साल के बच्चों की अनौपचारिक शिक्षा के स्तर में सुधार कराएंगे। पोषाहार में गेहूं, चावल एवं चना दाल और तेल मिलेगा। बच्चों तथा गर्भवतियों को नियमित समय से पोषाहार उपलब्ध कराएंगे। स्कूल नहीं जाने वाली 11 से 14 साल की किशोरियों को अनुपूरक पोषाहार उपलब्ध कराएंगे।

बच्चों को मिलेगा इलाज

-पोषण वाटिका में उगी सब्जियां व फल बच्चों को खिलाए जाएंगे। बच्चों का नियमित वजन लेने और अति कुपोषण बच्चों को जिला अस्पताल के पोषण पुनर्वासन केंद्र पर भर्ती करा उपचार करवाने का काम करेंगे। प्री स्कूल किट की उपलब्ध कराएंगे। बच्चों को फल-सब्जियों तथा रंगों की पहचान कराने समेत विभिन्न गतिविधियां करवाने का काम करेंगे।

छह माह में बन जाएंगे आदर्श केंद्र

-छह माह में अधिकारियों को गोद लिए केंद्रों पर पंजीकृत बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कुपोषण से मुक्ति दिलाने तथा इन आंगनबाड़ी केंद्र पर पंजीकृत सभी गर्भवतियों को अस्पताल में प्रसव सुविधा उपलब्ध कराकर आंगनबाड़ी केंद्रों को आदर्श केंद्र का दर्जा दिलाने की मिसाल पेश करेंगे। बच्चों और गर्भवतियों की सेहत की नियमित जांच, इलाज और टीकाकरण कराने का कार्य होगा।

यह भी जानें

-1.20 लाख बच्चे कुल केंद्रों पर पंजीकरण

-3200 बच्चे बागपत में कुपोषण के शिकार

-1118 बच्चे बागपत में अति कुपोषित मिले

कुपोषण मिटाने को 46 आंगनबाड़ी केंद्र अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को गोद दिए गए जिन्हें छह में आदर्श बनाए जाएंगे। अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को उनकी इच्छानुसार ही केंद्र गोद दिए।

-विपिन मैत्रेय, जिला कार्यक्रम अधिकारी


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