चयनित 36 प्रतिभागी प्रकृति प्रहरी सम्मान से सम्मानित
एनवायरनमेंट एंड सोशल रिसर्च आर्गेनाइजेशन (एस्त्रो) के तत्वावधान में प्रकृति प्रहरी सम्मान समारोह हुआ। इसमें 2022 के कैलेंडर के लिए कलाकृति तैयार करने वाले विद्यार्थी सम्मानित किए गए।
बागपत, जेएनएन। एनवायरनमेंट एंड सोशल रिसर्च आर्गेनाइजेशन (एस्त्रो) के तत्वावधान में प्रकृति प्रहरी सम्मान समारोह किया गया। इसके साथ ही कैलेंडर 2022 का अनावरण किया गया।
शहर के सुभाष नगर स्थित कार्यालय पर हुए कार्यक्रम में एस्त्रो के निदेशक संजय राणा ने कहा कि एस्त्रो द्वारा दिसंबर के प्रथम सप्ताह में आयोजित कैलेंडर 2022 बनाओ प्रतियोगिता में 12 विद्यालयों से 450 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया था। प्रदर्शन के आधार पर चयनित 36 प्रतिभागियों को प्रकृति प्रहरी सम्मान से नवाजा गया। वहीं अलग-अलग विषयों पर आयोजित प्रतियोगिता में प्रतिभागी 12 बच्चों की कलाकृतियों को शामिल करते हुए वर्ष 2022 का कैलेंडर तैयार किया गया। कार्यक्रम में इन्हीं 12 विद्यार्थियों ने कलेंडर का अनावरण किया। अनावरण में छात्रा छवि कौशिक, परीक्षित, प्रज्ञा, खुशी, नाज, अविका, शिवानी, इकरा, रिया, अन्नू मान, नैना, और अंश शामिल रहे। मुख्य अतिथि डा. सविता तोमर रहीं। अध्यक्षता प्रीतम सिंह वर्मा और संचालन देवेंद्र फोगाट ने किया। हरपाल सिंह आर्य, विनय तोमर, वैभव अवस्थी, रूकमपाल यादव, ऋषिपाल सिंह, शानू निगम, समीना, फातिमा, बशीरा खान, शाहिद, ओमकार तोमर, सुषमा रानी आदि का सहयोग रहा।
टीकाकरण को स्वास्थ्य विभाग
की नजर से नहीं बचेगा कोई
जागरण संवाददाता, बागपत: जिले में टीकाकरण अभिायन को अब अंतिम रूप दिया जा रहा है। टीम शहर और गांवों में घूम रही है। रिक्शा और ठेली वालों का टीकाकरण किया जा रहा है। टीम को देखकर लोग इधर-उधर हो रहे हैं, लेकिन टीम की नजर से नहीं बच नहीं पा रहे हैं। अब तो घरों तक टीम पहुंचकर प्रतिरक्षित कर रही है।
दिसंबर माह में जिले को कोरोनारोधी टीकाकरण से संतृप्त करने का लक्ष्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से बनाया जा रहा है। टीम अब बाजार में पहुंचकर ई-रिक्शा चालक, फल-सब्जी विक्रेताओं का मौके पर ही टीकाकरण कर रही है। शनिवार को टीम बाजारों में घूमी। टीम को बड़ी संख्या में ऐसे लोग मिले, जिन्हें कोरोना का टीका नहीं लगा था। उनका रजिस्ट्रेशन करने के बाद टीम के टीका लगाया। वहीं घरों तक पहुंचकर टीम टीकाकरण कर रही है। बड़ौत और बागपत के कुछ मोहल्ले ऐसे हैं, जहां पर अब भी टीका का विरोध किया जा रहा है। ऐसे लोगों को समझाने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एसीएमओ डा. दीपा सिंह ने बताया कि टीकाकरण के विरोध की वजह से लक्ष्य प्राप्त नहीं हो रहा है। अब टीम घर-घर पहुंचकर ऐसे विरोध करने वालों को टीका लगा रही है। अब दो-चार परिवार ही शेष हैं, जो विरोध कर रहे हैं।