बैंक सखी के चयन में धांधली का आरोप, महिलाओं ने किया हंगामा
बैक सखी के पद पर चयन न होने से नाराज महिलाओं ने धांधली का आरोप लगाते हुए हंगामा किया।
बागपत, जेएनएन। बैक सखी के पद पर चयन न होने से नाराज महिलाओं ने धांधली का आरोप लगाते हुए सोमवार को ब्लाक कार्यालय पर हंगामा किया। महिलाओं ने बताया कि उनका चयन आफ लाइन 2019 में हो चुका है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के द्वारा पांच दिन की ट्रेनिग भी दिलाई गई है। बैकिग का भी सर्फिटिकेट प्राप्त है। विभाग ने लिमिट 75000 हजार रुपये की बना रखी है, मगर अब हमें बताया गया कि आपकी नियुक्ति नहीं हुई है। हंगामा कर रही महिलाओं का आरोप था कि चयन में धांधली की गई है, इसकी जांच होनी चाहिए। महिलाओं ने कार्यालय पर ज्ञापन सौंपते हुए कार्रवाई की मांग की है। खण्ड विकास कार्यालय पर एनआरएलएम के ब्लाक मैनेजर नरेश कुमार ने बताया कि शासन स्तर का मामला है, यहां से नियुक्ति नहीं हुई है। हंगामा करने वाली महिलाओं में ज्योति, नेहा शर्मा, राखी, गीता, आरती, बबिता, सोनम, कमलेश आदि मौजूद रहीं। बैनामा कराने आए दो पक्षों में मारपीट, मची अफरा-तफरी
तहसील परिसर में उस समय अचानक अफरा-तफरी मच गई, जब बैनामा कराने आए दो पक्ष अचानक किसी बात को लेकर आपस में भिड़ गए। इस दौरान जमकर लात-घूंसे चले, जिससे तहसील में भगदड़ मच गई।
साप्ताहिक लाकडाउन के बाद सोमवार को तहसील में लोगों की भीड़ उमड़ी। इस दौरान ग्रामीण न्यायालय के पास एक अधिवक्ता से जमीन का बैनामा कराने आए दो पक्षों में मामूली कहासुनी के बाद मारपीट हो गई। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर लात-घूंसे की बौछार करने लगे। मारपीट में एक पक्ष के युवक की शर्ट फटकर शरीर से उतर गई। मौके पर मौजूद अधिवक्ताओं ने बीच-बचाव कराया और मारपीट कर रहे दोनों पक्षों को एक-दूसरे से अलग किया। अधिवक्ताओं ने दोनों पक्षों के खूब खरी-खोटी भी सुनाते हुए थाने में बंद कराने की भी चेतावनी दी। इसके बाद दोनों पक्ष शांत हुए। मामले में कोतवाली में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई।