आमरण अनशन से उठाया, तालाब की सफाई शुरू
हिलवाड़ी गांव में तालाब की सफाई कराने की मांग को लेकर अंकुश हिलवाड़ी ने चौथे दिन आमरण अनशन समाप्त कर दिया है। अंकुश का आरोप है कि प्रशासन ने जबरन अनशन तुड़वाया है।
बागपत, जेएनएन। हिलवाड़ी गांव में तालाब की सफाई कराने की मांग को लेकर अंकुश हिलवाड़ी ने चौथे दिन आमरण अनशन समाप्त कर दिया है। अंकुश का आरोप है कि प्रशासन ने जबरन अनशन तुड़वाया है। भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाई एक आम आदमी की आवाज दबाई है। उधर, गांव में तालाब की सफाई का काम शुरू कर दिया है। अधिकारियों के सामने ही अंकुश ने गांव में हुए भ्रष्टाचार की पोल खोलकर रखी दी।
हिलवाड़ी में खसरा संख्या 254 में स्थित तालाब की सफाई की मांग को लेकर अंकुश तोमर गांव में ही मंदिर में 16 सितंबर को आमरण अनशन पर बैठा था। तीसरे दिन बीडीओ गांव में पहुंचे और तालाब की खोदाई कराने का आश्वासन देकर अनशन समाप्त कराने का प्रयास किया, लेकिन पूरे तालाब की सफाई होने के बाद ही अंकुश ने अनशन समाप्त करने पर अड़ गया था।
गुरुवार को नायब तहसीलदार, बीडीओ, लेखपाल, सचिव, प्रधान और पुलिस आमरण अनशन पर पहुंचे। अधिकारियों ने अंकुश से कहा कि तालाब की सफाई का काम शुरू करा दिया है इसलिए अनशन समाप्त कर दिया जाए, लेकिन अंकुश पूरे तालाब की सफाई होने के बाद ही अनशन समाप्त करने पर अड़ गया। इस दौरान काफी जद्दोजहद हुई। सुभाष कश्यप ने भी अनशन को समर्थन दिया।
अंकुश ने बीडीओ से मांग करते हुए कहा कि लिखकर दो कि एक माह में तालाब की खोदाई करा दी जाएगी। उसके बाद बीडीओ ने लिखित में दिया कि तालाब की सफाई करा दी जाएगी। बीडीओ आदि ने अंकुश को जूस पिलाकर अनशन समाप्त करा दिया गया। उधर, अंकुश का आरोप है कि वह पूरे तालाब की सफाई होने के बाद ही अनशन समाप्त करने को कह रहा था, लेकिन अधिकारियों ने जबरन उसे अनशन से उठाया है।
बीडीओ ने जो लिखित में आश्वासन दिया है उसमें समय नहीं खोला है कि कितने दिनों सफाई होगी। बीडीओ राजीव वर्मा ने बताया कि गांव में तालाब की सफाई का काम शुरू हो गया है, जिसके बाद अंकुश ने सहमति से अनशन समाप्त कर दिया है उस पर किसी तरह का दबाव नहीं डाला गया है। बोलती बंद हुई
अंकुश ने अधिकारियों के सामने कहा कि गांव में लगाई गई बैंच, डस्टबिन, शौचालय आदि में भ्रष्टाचार किया गया है शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई है। इस पर अधिकारी कुछ नहीं बोले।