टीकाकरण के बाद कोरोना ने जकड़ा, पर प्रभाव रहा कम
टीकाकरण के बाद कोरोना के वायरस का प्रभाव बेहद कम है क्योंकि सबसे बड़ा उदाहरण डाक्टर और फ्रंटलाइन वर्कर हैं। संक्रमित होने के बाद भी कोरोना उन्हें ज्यादा क्षति नहीं पहुंचा सका।
जेएनएन, बागपत: टीकाकरण के बाद कोरोना के वायरस का प्रभाव बेहद कम है क्योंकि सबसे बड़ा उदाहरण जिले का स्वास्थ्य विभाग खुद है। जो डाक्टर और कर्मचारी दोनों डोज लेने के बाद संक्रमित हुए हैं, वे स्वस्थ भी तेजी के साथ हुए हें।
कोरोना टीकाकरण की दूसरी डोज लेने के बावजूद जिले में 53 फ्रंटलाइन और हेल्थ केयर वर्कर संक्रमित हुए हैं। इनमें स्वास्थ्य विभाग के 13 लोग शामिल हैं। टीकाकरण के बाद संक्रमित हुए कर्मचारियों के सेहत की जांच कराने पर स्वास्थ्य विभाग ने पाया कि कोरोना का वायरस घातक प्रभाव शरीर पर नहीं डाल पा रहा है। उदाहरण के तौर पर डा. राजकमल, डा. वीपी सिंह, डा. अनुराग, डा. अजेंद्र मलिक और जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एसीएमओ डा. दीपा सिंह हैं।
डिप्टी सीएमओ डा. यशवीर सिंह ने बताया कि ये सभी डाक्टर कोरोना से पॉजिटिव हो गए थे, लेकिन संक्रमण शरीर पर प्रभाव नहीं डाल पाया। ये सभी एक-दो रोज में अपने काम पर भी लौटने वाले हैं। कोरोना से बचाव के लिए कोरोना वैक्सीन बेहद कारगार साबित हो रही है।
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पहली डोज भी कर
रही कोरोना से रक्षा
कोरोना का पहली डोज ले चुके लोग भी काफी हद तक कोरोना को मात दे रहे हैं। पहली डोज लगने के बाद किसी को अभी कोरोना के मामले सामने नहीं आए हैं। जब उन्हें दूसरी डोज लग जाएगी तो वह वैक्सीन के सुरक्षा घेरे में रहेंगे। पहली डोज का भी असर काफी लोगों को मिल रहा है। कुछ ही लोगों को खांसी या जुकाम तो हुआ है, लेकिन अन्य कोई लक्षण कोरोना के नजर नहीं आए हैं।