तमंचा बरामद कराते समय बदमाश ने चलाई पुलिस पर गोली
सुपारी लेकर रिटायर्ड फौजी की हत्या करने जा रहे तीन बदमाशों को छपरौली पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
बागपत, जेएनएन। सुपारी लेकर रिटायर्ड फौजी की हत्या करने जा रहे तीन बदमाशों को छपरौली पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। रिटायर्ड फौजी की भाभी को भी बदमाशों को कारतूस देने के मामले में गिरफ्तार किया गया। बाद में एक बदमाश ने खेत से तमंचा बरामद कराते समय पुलिस पर गोली चला दी। बुलेटप्रूफ जैकेट में गोली लगने से एसओ की जान बची। पुलिस की जवाबी फायरिग में बदमाश घायल हो गया। एसपी अभिषेक सिंह ने पत्रकार वार्ता में बताया कि 30 मई 2018 को गांव लूंब में भूमि विवाद के चलते किसान सुधीर कुमार की बड़े भाई प्रदीप ने स्वजन के साथ मिलकर हत्या कर दी थी। सुधीर के भाई रिटायर्ड फौजी संजीव कुमार केस की पैरवी कर रहे हैं। बागपत जेल में बंद प्रदीप ने संजीव को रास्ते से हटाने के लिए अपराधी दीपक उर्फ काला निवासी ग्राम हेवा को दो लाख रुपये सुपारी दी। हत्या के केस में जेल में बंद दीपक तीन माह पूर्व जमानत पर छूटा था। पूर्व में प्रदीप की पत्नी अनुपमा जमानत पर जेल से बाहर आ गई थी।
योजना के तहत, आरोपित दीपक ने मोनू निवासी हिलवाड़ी व संजीव उर्फ काला निवासी ग्राम हेवा को रिटायर्ड फौजी संजीव कुमार की हत्या के लिए तैयार किया। दीपक व मोनू ने पांची गांव निवासी मेहरबान से तीन तमंचे लिए। संजीव कुमार की भाभी अनुपमा ने इन बदमाशों को कारतूस व पांच हजार रुपये दिए थे। तीनों आरोपित घटना को अंजाम देने के मकसद से सोमवार शाम 5.40 बजे लूंब-घसौली नहर पटरी पर घूम रहे थे।
पुलिस ने मुठभेड़ में तीनों बदमाशों को गिरफ्तार कर दो तमंचे, दो कारतूस व खोखा बरामद किए। उस समय आरोपित दीपक ने अपना तमंचा खेत में छिपा दिया था। गुरुवार सुबह तमंचा बरामद कराते समय उसने पुलिस पर गोली चलाई, जो छपरौली एसओ हेमेंद्र बालियान की बुलेटप्रूफ जैकेट में लगी। पुलिस की जवाबी फायरिग में दीपक के हाथ में गोली लगी। उसके खिलाफ छह मुकदमे दर्ज हैं। अनुपमा को गिरफ्तार किया गया है।