163 आपत्तियां आने से सिस्टम हलकान
पंचायत चुनाव आरक्षण की अनंतिम सूची जारी होने के तीन दिन बाद गांवों मे खलबली मची रही।
जेएनएन, बागपत: पंचायत चुनाव आरक्षण की अनंतिम सूची जारी होने के तीन दिन बाद गांवों मे खलबली मची है। आरक्षण से चुनाव लड़ने का सपना टूटने वाले लोगों में बदलाव की उम्मीद बाकी है। सोमवार को अंतिम दिन तक पंचायत आरक्षण पर 163 लोगों ने आपत्तियां आई हैं।
तेड़ा गांव के लोगों ने पिछड़ा लिए आरक्षित करने की मांग की। लुहारी, लुहारा, पलड़ी, फजलपुर, बिलौचपुरा, पुरा, खपराना, मुकारी, दौलतपुर, सरूरपुरकला, दौझा, गूंगाखेड़ी, बरनावा, किशनपुर, टयोढ़ी, झूंडपुर, हिलवाड़ी समेत तमाम गांवों से प्रधान
तथा अन्य पदों के आरक्षण को लेकर आपत्तियां आई हैं।
मजेदार बात यह है कि लोग मनपसंद काम कराने के लिए अधिकारियों पर धांसू सिफारिश करा रहे हैं। जिला पंचायत राज अधिकारी कुमार अमरेंद्र ने बताया कि आपत्तियों का निस्तारण कर 13 या 14 मार्च को आरक्षण की अंतिम सूची का प्रकाशन कर दिया जाएगा।
महिला परिवार सहित गांव
से पलायन को मजबूर
बागपत : ससुरालीजन के उत्पीड़न से एक महिला अपने परिवार सहित गांव से पलायन को मजबूर है। उसने एसपी से शिकायत कर मदद मांगी है।
बड़ौत कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला ने एसपी से शिकायत करते हुए बताया कि वह गत चार मार्च को अपनी चार वर्षीय बेटी के साथ घर पर मौजूद थी। आरोप है कि पति अपने भाई व दो अन्य व्यक्तियों को साथ लेकर घर पर आए और मारपीट कर दुष्कर्म का प्रयास किया था। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी थी। पति बच्ची को छीनकर अपने साथ ले गए थे। घटना का मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस ने पति समेत दो लोगों को हिरासत में लेकर बेटी को बरामद किया था, लेकिन बाद में दोनों आरोपितों को छोड़ दिया था। पुलिस ने अभी तक अदालत में बयान दर्ज नहीं कराए। आरोपित खुलेआम घूम रहे हैं और केस में समझौते का दबाव बनाते हुए तरह-तरह की धमकी दे रहे हैं। पुलिस आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है। इससे उसका परिवार दहशत में है तथा गांव से पलायन करने की नौबत आ गई है। उधर एसपी अभिषेक सिंह का कहना है कि मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।